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घुमारवीं। हिमाचल (Himachal) में पंचायत चुनाव के दौरान 130 साल की बुजुर्ग महिला मामले में जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। बिलासपुर (Bilaspur) जिला के उपमंडल घुमारवीं के पपलाह पंचायत में महिला के जन्म से जुड़े दस्तावेज़ों की जांच में महिला की आयु 103 वर्ष पाई गई है। प्रशासन के अनुसार क्लेरिकल गलती के चलते आधार कार्ड में महिला की जन्म आयु गलत दर्ज की गई थी। प्रशासन ने महिला के परिवार से जुड़े सदस्यों के दस्तावेज़ों की भी जांच की है। जिसके अनुसार भी महिला की आयु 103 वर्ष तक बनती है। बता दें कि उपमंडल घुमारवीं की पपलाह पंचायत में एक बुजुर्ग महिला पंचायत चुनाव (Panchayat Election) में मतदान करने आई थी। आधार कार्ड में बुजुर्ग महिला की उम्र 130 वर्ष और जन्म तिथि वर्ष 1890 दर्शाई गई थी। महिला का नाम मंशा देवी है। इसके बाद ऐसा माना जा रहा था कि विश्व की सबसे उम्रदराज महिला हिमाचल में रहती है। इसके बाद ज़िलाधीश ने मामले की छानबीन के लिए एसडीएम घुमारवीं (SDM Ghumarwin) शशि पाल शर्मा को ज़िम्मा सौंपा।
एसडीएम घुमारवीं ने मामले की छानबीन की, जिसमें पाया गया कि परिवार रजिस्टर में महिला की जन्म तिथि वर्ष 1917 दर्ज है। इसके अनुसार महिला 103 वर्ष की है। जांच में पाया गया कि परिवार रजिस्टर में महिला का जन्म वर्ष 1917 है। इसके मुताबिक महिला की उम्र 103 वर्ष है। उन्होंने बताया कि आयु को दो पहलुओं से देखा गया। एक परिवार रजिस्टर (Family register) और दूसरा बच्चों की आयु। उन्होंने कहा कि 1890 के हिसाब से देखा जाए तो महिला के छोटे बेटे का जन्म महिला की 60 वर्ष की उम्र में हुआ है। उन्होंने बताया कि महिला के परिजन भी उनकी आयु को लेकर कोई पुख्ता जानकारी नहीं दे सके। एसडीएम ने बताया कि त्रुटि के कारण महिला के आधार कार्ड पर जन्म वर्ष गलत दर्ज हुआ है। तथ्यों को जोड़ कर और परिवार रजिस्टर के अनुसार महिला की जन्म तिथि 1917 दर्ज है। बुजुर्ग महिला के बच्चों के प्रमाण पत्रों की भी जांच की गईए महिला के 9 बच्चे थे। जिसके मुताबिक भी महिला की आयु 103 वर्ष बनती है।
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