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चंबा। चमेरा प्रोजेक्ट 3 की प्रभावित 14 पंचायतों के विस्थापितों (Displaced) ने आज जिला मुख्यालय में डीसी कार्यालय के बाहर थाली पीटो अभियान चलाया। यह अभियान विस्थापितों ने उन्हें हर साल परियोजना के मुनाफे से एक प्रतिशत मिलने वाले लाडा के पैसों का समय पर भुगतान न किए जाने के विरोध (Protest) में चलाया। इस अभियान में जनजातीय क्षेत्र भरमौर Bharmaur) की पांच व चंबा विधानसभा क्षेत्र की करीब 9 पंचायतों के विस्थापितों ने थाली पीट कर अपना विरोध प्रदर्शन किया।
विस्थापितों ने भारत माता की जय के जयघोष के साथ थाली पीटना शुरू किया और चंबा (Chamba) मुख्यालय के मुख्य बाजार में एक रैली निकाली। इससे पहले साल 2016 में भी ग्रामीणों ने चंबा मुख्यालय में थाली पीट कर अपना विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद ही 2015 का पैसा उनके खातों में डाला गया था। उसके बाद एक बार फिर 2017 में इन्होंने थाली पीटो आंदोलन किया था तब 2016 की धनराशि लोगों के खाते में पड़ी थी। अब एक बार फिर आज उन्होंने थाली पीट कर अपना विरोध प्रदर्शन किया।
थाली पीटो आंदोलन की अगुआई करते हुए जिला परिषद सदस्य किलोड वार्ड ललित ठाकुर ने बताया कि चमेरा 3 द्वारा जो विस्थापित परिवारों को 1 प्रतिशत लाडा का पैसा उनके खाते में डाला जाना होता है। उसके लिए हर बार प्रशासन द्वारा देरी की जाती है और उन्हें इसी तरह थाली पीट कर विरोध प्रदर्शन (Protest) करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि 25 जुलाई, 2019 को उन्होंने एडीएम भरमौर को भुगतान के बारे में लिखा था, लेकिन एडीएम भरमौर ने उनके पत्र के जवाब में कहा कि उनके खातों तथा आईएफएससी कोड गलत है। इसी वजह से यह देरी हो रही है।
जबकि पिछले कई सालों से ग्रामीणों के उन्ही खातों में पैसा डलवाया जा रहा है तो यह कैसे संभव हो सकता है। लोगों का कहना है कि अगर इसके बाद भी प्रशासन उनकी इस मांग को नहीं मानता है तो आने वाले समय में यहीं पर बैठ वह आमरण अनशन भी करेंगे, जिसका जिम्मेदार भरमौर व चंबा प्रशासन होगा।
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