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शाहपुर। प्रदेश सरकार जब तक निजी स्कूलों की मनमानी को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाती तब तक युवा इंटक की जंग जारी रहेगी। युवा इंटक के राष्ट्रीय सचिव आशीष पटियाल ने कहा कि युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रमादित्या सिंह के हस्तक्षेप के बाद सीएम वीरभद्र सिंह ने निजी स्कूलों की मनमानी पर नकेल कसने का आश्वासन दिया है जिसके लिए युवा इंटक विक्रमादित्या सिंह व सीएम का आभार व्यक्त करती है और उम्मीद व्यक्त करती है कि प्रदेश सरकार जल्द ही इस बारे ठोस कदम उठाएगी। आशीष ने कहा कि युवा इंटक द्वारा निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ छेड़ी गई मुहिम को भारी समर्थन मिल रहा है और यही वजह है कि सोलन में तो शिक्षा विभाग ने 182 निजी स्कूलों को नोटिस भी जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि युवा इंटक ने 27 फरवरी को सोलन से अपने इस आंदोलन का आगाज किया था तथा अब तक सोलन, ऊना, कांगड़ा, चंबा, हमीरपुर व बिलासपुर में सीएम वीरभद्र सिंह को ज्ञापन भेज कर पूरे प्रदेश में एक सम्मान फीस तय करने व इनकी निगरानी के लिए एक समिति गठित करने की मांग कर चुकी है, जबकि अन्य जिलों से ज्ञापन भेजने का सिलसिला जारी है।
आशीष ने कहा कि पहले चरण में पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर ज्ञापन भेजे जा रहे हैं, जबकि दूसरे चरण में धरना-प्रदर्शन किए जाएंगे तथा तीसरे चरण में उच्च न्यायालय में जन हित याचिका दायर की जाएगी। उन्होंने कहा कि आज निजी स्कूलों की मनमानी के चलते हर कोई तंग है। स्कूलों में सरकारी नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। किताब, वर्दियों के नाम पर स्कूलों के अंदर ही दुकानें खोल रखी हैं, जो सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि युवा इंटक की लड़ाई सभी निजी स्कूलों से नहीं है। आज भी कई ऐसे स्कूल हैं जो बेहतर कार्य कर रहे हैं। युवा इंटक की लड़ाई केवल उन लोगों से हैं, जो शिक्षा के नाम पर दुकानदारी चला रहे हैं।
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