-
Advertisement
जिला परिषद बैठक में उठा दो माह से लापता शुभम का मुद्दा, पार्षद ने मांगी CBI जांच
Last Updated on January 22, 2020 by Deepak
शिमला। रोहड़ू तहसील के रहने वाले युवक शुभम का सुराग दो माह बीत जाने के बाद भी नहीं लग पाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित वार्ड के जिला परिषद सदस्य सुरेंद्र रेटका ने पुलिस कार्यप्रणाली को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। बुधवार को शिमला में हुई जिला परिषद की त्रैमासिक बैठक (Quarterly meeting of Zilla Parishad) में जिला परिषद सदस्य ने कहा कि उनके वार्ड का एक युवक पिछले करीब दो माह से लापता है। लेकिन, शिमला पुलिस दो माह बीत जाने के बाद भी युवक को ढुंढ नहीं पाई है। उन्होंने कहा कि लापता शुभम (Missing Shubham) का परिवार इतना गरीब है कि उन्होंने रहने के लिए किसी दूसरे के घर में डेरा डाला हुआ है।
यह भी पढ़ें: खुद को Army officer बताकर रचा ली शादी, युवती को सच पता चला तो पैरों तले खिसकी जमीन
उन्होंने बैठक में पुलिस से सवाल करते हुए पूछा कि क्या पुलिस गरीब परिवार की सहायता नहीं कर सकती। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस मामले पर सीबीआई जांच करवाई जाए, ताकि शुभम के परिवार को उनका खोया हुआ लापता बेटा मिल पाए। वहीं, इस मामले पर जिला परिषद अध्यक्ष धर्मिला हरनोट का कहना है कि आज हुई बैठक में शुभम को लेकर जिला पुलिस ने पॉलीग्राफ टेस्ट और नार्को टेस्ट करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि इस मामले पर शुभम के साथ अंतिम समय में जो युवक साथ था उसका पॉलीग्राफ टेस्ट किया जा चुका है। अब उसी युवक का नार्को टेस्ट करवाया जा रहा है। यदि फिर भी यह मामला हल नहीं होता है तो जिला परिषद का सदन इस मामले पर सरकार से सीबीआई की जांच करने की मांग करेगा।
बर्फबारी के दौरान आई समस्याओं पर बैठक में हंगामा
जिला परिषद की त्रैमासिक बैठक के दौरान जिला में बर्फ़बारी के दौरान लोगों को झेलनी पड़ी समस्याओं को लेकर भी खूब हंगामा देखने को मिला। चौपाल से जिला परिषद सदस्य डीआर हास्टा ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि बर्फबारी के दौरान जिला के लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने में प्रशासन नाकाम रहा है जिसके चलते जिला के विभिन्न क्षेत्रों में आठ से दस दिनों तक ना पानी और ना ही बिजली मिल पाई है। उन्होंने कहा कि चौपाल में अभी भी ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां बिजली और पानी नहीं है। इसके लिए प्रशासन जल्द लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करे। वहीं जिला परिषद अध्यक्ष धर्मिला हरनोट ने भी प्रशासन से जिला में पानी, बिजली और खाने पीने की वस्तुएं पर्याप्त करने के निर्देश दिए हैं।