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कुल्लू। पुलिस को वर्ष 2019 में ऑनलाइन ठगी (Fraud) के 2 मामले में मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया है। शातिर ने बैंक अधिकारी बनकर ओटीपी (OTP) पूछकर ठगी को अंजाम दिया था। उक्त व्यक्ति मुख्य सरगना के रूप में दो मामलों में संलिप्त पाया गया था। जबकि चार मामलों की जांच में झारखंड व पश्चिमी बंगाल से 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्य सरगना के 3 साथियों को पहले ही पुलिस (Police) ने गिरफ्तार (Arrest) किया है। पुलिस जांच के दौरान उक्त मुख्य सरगना भूमिगत हो गया था। जिसके चलते उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ, जिस पर झारखंड पुलिस की मदद से इस आरोपी पर शिकंजा कसा गया। मुख्य आरोपी 33 वर्षीय सुबलदास पुत्र हीरा लाल गांव लोकनिया, डाकघर-पबिआ, थाना नारायणपुर, जिला-जामताड़ा झारखंड को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने बैंक अधिकारी बनकर शिकायतकर्ता महिला से धोखे से ओटीपी की जानकारी लेकर चार लाख रुपए से ज्यादा की राशि ठग ली थी।
एसपी कुल्लू गौरव सिंह I(SP Kullu Gaurav Singh) ने बताया कि इससे पहले कुल्लू पुलिस इसी आरोपी के तीन साथियों को झारखंड तथा पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार करके ला चुकी है। यह मामले का मुख्य सरगना है। सुबलदास को पहले भी झारखंड तथा मुंबई पुलिस इसी तरह के केसों में गिरफ्तार रह चुकी है। यह आरोपी पश्चिम बंगाल से जाली सिम कार्ड लेकर उन पर पेटीएम डाउनलोड (Paytm Download) करते थे तथा जाली नंबरों से ही लोगों को फोन करके उनसे ओटीपी इत्यादि जानकारी लेकर उनके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लेते थे।
31 दिसंबर 2019 को विशेष जांच टीम ने आरोपी सरवन कुमार अग्रवाल पुत्र श्याम सुंदर अग्रवाल निवासी आसनसोल पश्चिम बंगाल को गिरफ्तार किया गया, जिसमें शिकायतकर्ता से धोखाधड़ी करके करीब 4,00,000 चार फेक पेटीएम अकाउंट में ट्रांसफर किए गए थे, जिनमें से 3,96,000 के गिफ्ट वाउचर खरीदे गए, जिनको झारखंड और पश्चिम बंगाल के पांच अलग-अलग बिग बाजार के आउटलेट्स में यूज किया गया था। 9 जनवरी 2020 को पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिले से दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसमें कृष्णा गुप्ता पुत्र शत्रुघ्न निवासी पूर्ण हॉट बर्नपुर आसनसोल पश्चिम बंगाल और अरुण अग्रवाल पुत्र श्याम सुंदर अग्रवाल निवासी मानिकपाड़ा नर्सिंग बाद आसनसोल पश्चिम बंगाल शामिल थे।
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