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श्रीनैना देवी के दुकानदार बोले- #Sunday को दुकानें बंद रहेंगी तो कैसे करेंगे परिवार का पालन पोषण
Last Updated on November 29, 2020 by Sintu Kumar
बिलासपुर। हिमाचल के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्रीनैना देवी (Sri Naina Devi) में बाजार में सन्नाटा पसरा रहा, जबकि श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम जारी रहा। बाजार बंद होने के चलते श्रद्धालुओं को ना तो प्रसाद मिला और ना ही अन्य सामान। दुकानदारों ने सरकार से रविवार (#Sunday) को बाजार बंद रखने के निर्णय पर पुर्नविचार करने की मांग की है। दुकानदारों का कहना है कि पूरे सप्ताह में इन धार्मिक स्थलों पर मात्र रविवार के दिन ही श्रद्धालुओं का तांता लगता है। रविवार के दिन अगर दुकानें बंद रहेंगी तो अपने बच्चों का पालन पोषण कैसे करेंगे। दुकानदारों ने प्रदेश सरकार और प्रशासन से मांग की है कि इन धार्मिक स्थलों (Religious Places) को लेकर अलग से गाइडलाइन (Guideline) बनाई जाए, क्योंकि बाकी शहरों में तो रविवार को वैसे ही बाजार बंद होता है, इसलिए दुकानदार को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है, लेकिन यहां तो सिर्फ 7 दिन के बाद एक दिन कमाने का होता है और उस दिन भी अगर दुकान बंद रहेंगी तो बच्चों का पेट कैसे पालेंगे।
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पंजाब (Punjab), हरियाणा और अन्य प्रदेशों से आए श्रद्धालुओं का कहना है कि उन्हें माता के दरबार में दुकानें बंद होने के कारण ना आज प्रसाद मिला और ना अन्य वस्तुएं। श्रीनैना देवी विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामलाल ठाकुर ने कहा कि रविवार को बाहरी राज्यों व अन्य कई क्षेत्रों के लोग छुट्टी होने के कारण प्रदेश के विभिन्न मंदिरों में आते हैं, जिससे श्रृद्धालुओं को खाने पीने तक की वस्तुएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं, जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। सरकार अपने निर्णय के ऊपर पुर्नविचार करना चाहिए।
एचआरटीसी के 40 रूटों में से 10 पर ही दौड़ी बसें
कोविड-19 (Covid-19) के चलते प्रदेश सरकार द्वारा बाजारों को बंद रखने के दिए गए निर्देशों के तहत जिला के सभी बाजार बंद रहे। जिस कारण बिलासपुर बस अड्डा परिसर में नाममात्र ही लोग दिखे, जबकि बाजार सूने पड़ रहे। बाजारों को बंद किए जाने के निर्देशों के तहत अधिकांश लोगों ने अपने घरों से बाहर नहीं निकले। सरकार के इस फैसले से बिलासपुर, घुमारवीं, बरठीं, घागस, भगेड़, झंडूता, स्वारघाट व बरमाणा के बाजार पूरी तरह बंद रहे। वहीं लोगों की आवाजाही ना होने के कारण रविवार को बिलासपुर जिला में हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) ने भी नाममात्र बसों का ही संचालन किया। जिस कारण निगम को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। बिलासपुर जिला में निगम की 40 रूटों पर बसें चलती हैं, जिसके तहत चंडीगढ़ व शिमला (Shimla) तथा लोकल रूटों पर बसों का संचालन किया जाता है, लेकिन रविवार को बाजार बंद किए जाने के आदेशों के चलते निगम ने केवल 10 रूटों पर ही बसों का संचालन किया जबकि निजी बसें भी नाममात्र ही चलीं। वहीं एचआरटीसी बिलासपुर अड्डा के प्रभारी कमलेदव ने बताया कि रविवार को केवल 10 रूटों पर ही बसों का संचालन किया गया।
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