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हमीरपुर। जिला के नादौन कस्बे के बीचों बीच शिव मंदिर परिसर में राजाओं के समय में स्थापित स्वयं भू शिवलिंग का आकार बढ़ रहा है, जिससे लोगों की आस्था मंदिर में बनी हुई है। बता दें कि हमीरपुर जिला के नादौन में साढ़े चार सौ साल पुराना स्वयं भू शिवलिंग (Shivling) अपनी स्थापना के समय से ही बढ़ता जा रहा है जो कि भक्तजनों के लिए आश्चर्य का विषय बना हुआ है। यहां पर स्वयं भू शिवलिंग की पिंडी के साल दर साल जौ के दाने के बराबर बढ़ जाती है। मान्यता है कि मंदिर में कोई भी सच्चे मन से कुछ मांगता है तो उसकी मन्नत जरूर पूरी होती है। शिवरात्रि पर्व (Shivratri festival) के अवसर पर भी मंदिर में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
मंदिर के पुजारी रमेश शर्मा ने बताया कि शिव मंदिर का संबंध कटोच वंश के समय से है और स्वयं भू शिवलिंग ब्यास नदी के किनारे पर मिला है। उन्होंने बताया कि एक बार राजा को सपना आया था कि महल के पास नदी किनारे पिंडी पड़ी हुई है, जिसकी स्थापना की जाए। उसी समय से पिंडी शिव मंदिर में है और कुछ साल में पिंडी का आकार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिंडी को ध्यान से देखने पर कई प्रकार की आकृतियां दिखती हैं जिससे पिंडी को चमत्कारिक माना जाता है।
मंदिर में माथा टेकने पहुंची महिला ने बताया कि मंदिर में हर मनोकामना पूरी होती है और बताया कि दुख के समय में मंदिर में पूजा करने से दुख दूर हुए हैं। उन्होंने बताया कि स्वंय भू शिवलिंग की पूजा करने से लोगों के दुख दर्द दूर होते हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि मंदिर में स्थापित पिंडी की पूजा निरंतर करने से हर मनोकामना पूरी होती है। उन्होंने बताया कि कटोच वंश के राजाओं के समय से पिंडी की पूजा लोग करते हैं और अब यह पिंडी का आकार चार साल बाद बढ़ता जा रहा है।
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