- Advertisement -
शिमला। विधानसभा में प्रश्नकाल के बाद बीजेपी सदस्य सतपाल सत्ती ने दौलतपुर चौक में पानी के टैंक में कंकाल मिलने का मामला उठाया। उन्होंने सदन में नियम-62 के तहत ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से यह मामला उठाया और कहा कि पेयजल टैंकों में कंकाल मिलना चिंता का विषय है और इससे विभाग की लापरवाही भी उजागर होती है। उनका कहना था कि विभाग के कर्मचारी इस ओर ध्यान नहीं देते कि पेयजल टैंकों और पेयजल योजनाओं की सुरक्षा ठीक रहे। उन्होंने सवाल किया कि ऐसे कौन से टैंक हैं जो केवल फायर डिपार्टमेंट के लिए ही पानी देते हैं। सिंचाई मंत्री विद्या स्टोक्स ने इसका उत्तर देते हुए कहा कि दौलतपुर चौक में टैंक में जो कंकाल मिला है वह किसी मानव का नहीं है। उन्होंने कहा कि 27 फरवरी, 2017 को रिसाव होने के कारण करीब 10 साल से बंद पड़े भंडारण टैंक से एक छोटा कंकाल मिला था।
इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई थी। पुलिस ने इसे अग्रिम जांच के लिए फोरेंसिक लैब धर्मशाला भेजा, जबकि डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडीकल कॉलेज टांडा में इसका पोस्टमार्टम करवाया गया। वहां से मिली रिपोर्ट के मुताबिक टैंक में मिला कंकाल किसी इंसान का नहीं था।
स्टोक्स कहा कि बंद पड़े टैंक का निर्माण केवल अग्रिशमन कार्य के लिए किया गया था और यह इस समय बंद पड़ा है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लिए पेयजल की आपूर्ति अन्य जल भंडारण टैंकों से की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्य भंडारण टैंक (नजदीक कुहा देवी मंदिर), एक टैंक 3.00 लाख लीटर, दूसरा टैंक 3.00 लाख लीटर और स्टोर भंडारण टैंक एक 2.25 लीटर (मोहल्ला बाड़ी) और दूसरा 25000 लीटर (मोहल्ला ठाकुर) बनाया गया है। इसके अलावा 1998-99 में अग्रिशमन के लिए एक अलग से 2.00 लाख लीटर क्षमता का एक भंडारण टैंक बनाया गया था। इसका कभी भी पेयजल वितरण के लिए उपयोग नहीं हुआ।
- Advertisement -