-
Advertisement

नदी में डूब रहा था युवक, पानी के बीच मंदिर बना सहारा, जानिए पूरी कहानी
विदिशा। डूबते को तिनके का सहारा ये कहावत तो आपने सुनी ही होगी, लेकिन मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विदिशा जिले में तिनका नहीं बल्कि बल्कि भगवान के मंदिर ने एक डूबते आदमी को सहारा दिया। अब इसे किस्मत कहें या चमत्कार कि उस आदमी की जान बचाने का जरिया स्वयं भगवान का मंदिर ही बना। इन दिनों भारी बारिश के काऱण मध्य प्रदेश में उफनती नदी है, डूबते हुए पुल और किनारे हैं और चारों तरफ पानी ही पानी है। बाढ़ (Flood) के कारण कई जगह मंदिर भी डूबे हुए हैं।
ये भी पढे़ं – आठ माह “अदृश्य” रहते हैं ये मंदिर
यह वाकया विदिशा की उफनती बेतवा नदी का है जहां बेतवा खतरे के निशान को पार कर गई है। यहां पर नदी के किनारे बने मंदिर जलमग्न हो गए हैं। ऐसे में यहां एक युवक नहाने गया था और पैर फिसलने के कारण नदी में बह गया। किस्मत से उसे एक मंदिर (Temple) का शिखर मिल गया और उसने शिखर को थाम लिया। वह काफी समय तक शिखर को पकड़े खड़ा रहा। लोगों ने जब य़े नजारा देखा तो डूबते हुए युवक को बचाने की कोशिशें की गईं। लोगों ने मिलकर उसे पानी से बाहर निकाला। उसके पास टायर फेंके गए गए रस्सी बांधकर और पकड़कर उसे खींचा गया, तब इस युवक की जान बची। अब वो आदमी तो जान बचाने के लिए भगवान बार-बार शुक्रिया कह रहा होगा।