-
Advertisement
Lok Sabha Election 2024 : राजघराने का मंडी में होगा दसवां चुनाव, जयराम को भी दी है पटखनी एक बार
Vikramaditya Singh : मंडी की जंग में आखिर कांग्रेस पार्टी ने राजघराने (Royal Family) से ताल्लुक रखने वाले विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) को झोंक ही दिया। विक्रमादित्य से पहले उनके दिवंगत पिता वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) व माता प्रतिभा सिंह यहां से लोकसभा का चुनाव लड़ती रही हैं। अब बेटा इस सीट से बड़ी जंग लड़ेगा। मंडी संसदीय सीट इस बार कंगना रनौत के बतौर बीजेपी कैंडिडेट बनने से हॉट सीट बन चुकी है। देशभर में इस सीट के चर्चे हैं।
राजघराने का 53 साल पुराना राजनीति नाता
बात आज हम यहां बुशहर रियासत के राजघराने की ही करेंगे। इस घराने का यहां से करीब-करीब 53 साल पुराना राजनीति नाता है। विक्रमादित्य के दिवंगत पिता वीरभद्र सिंह ने वर्ष 1971 में यहां से लोकसभा का पहला चुनाव लड़कर रिकॉर्ड मतों से जीता था। वर्ष 1980 के चुनाव में वीरभद्र सिंह यहां से दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुए थे। तीन वर्ष बाद 1983 में कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें सीएम बनाकर प्रदेश की राजनीति में भेजा था। 15 वर्ष के अंतराल के बाद 1998 में वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह यहां से चुनाव मैदान में उतरी थी। लेकिन उन्हें पहले ही चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।
प्रतिभा सिंह 2004 में पहली बार बनी थी सांसद
प्रतिभा सिंह ने 2004 में दूसरी बार चुनाव लड़ा व जीत दर्ज करवाकर पहली बार सांसद बनी थी। वर्ष 2009 का चुनाव फिर से वीरभद्र सिंह ने लड़ा व जीता। वह तीसरी बार यहां से सांसद निर्वाचित हुए थे। प्रदेश का सीएम बनने के बाद वीरभद्र सिंह ने 2012 में संसद सदस्य के तौर पर इस्तीफा दे दिया व उसके बाद मई 2013 में उपचुनाव हुआ था। कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने तीसरी बार प्रतिभा सिंह को अपना कैंडिडेट बनाया तो उन्होंने वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) को हराकर दूसरी बार यहां से जीत दर्ज की। इसके बाद प्रतिभा सिंह नवंबर 2021 में हुए उपचुनाव में तीसरी बार यहां से जीत दर्ज करवाकर सांसद बनी। वर्तमान में प्रतिभा सिंह यहां से सांसद हैं।
वीरभद्र और प्रतिभा सिंह ने यहां कुल नौ चुनाव लड़े
यानी अब तक मंडी संसदीय क्षेत्र (Mandi Parliamentary Seat) में वीरभद्र सिंह और प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) ने कुल नौ चुनाव लड़े। जिनमें छह बार विजयी रहे। तीन बार हार का सामना करना पड़ा था। अबकी मर्तबा कांग्रेस पार्टी ने उसी राजघराने के वारिस विक्रमादित्य सिंह को अपना यहां से कैंडिडेट बनाया है। उनका मुकाबला बीजेपी की (Kangana Ranaut) कंगना रनौत से है। याद रहे कि विक्रमादित्य सिंह के पिता को इस संसदीय सीट पर पहले ही चुनाव में जबरदस्त जीत मिली थी तो माता को पहले चुनाव में हार का सामना करना पडा था। अब देखना होगा कि बेटा विक्रमादित्य सिंह क्या गुल खिलाता है।
-काजोल चौहान