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21वीं सदी का Himachal, यहां आज भी कंधों पर उठाकर अस्पताल पहुंचाए जा रहे मरीज
Last Updated on February 13, 2020 by Sintu Kumar
नाहन। यह 21वीं सदी का हिमाचल है। बात जब शिखर पर हिमाचल की हो और सरकार विकास की गाथाएं भुनाते नहीं थकती तो जहन में ये बात जरूर आती है कि ये कैसा विकास है। कहीं सड़कों की हालत खस्ता है तो कहीं गांव को सड़क ही नहीं। प्रदेश की जयराम सरकार (Jai Ram Govt) के विकास के दावों की पोल अक्सर कहीं न कहीं खुलती नजर आती है। आए दिन प्रदेश के किसी न किसी कोने से मरीजों को कंधों पर ढोने के वीडियो (Video) सामने आते हैं। अब ऐसा ही वीडियो (Video) सिरमौर जिला से एक बार फिर सामने आया है, जहां कंधों पर एंबुलेंस चल रही है, यानी सड़क सुविधा ना होने के कारण मरीज को कंधों पर ढोते हुए मुख्य सड़क मार्ग तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। तस्वीरें हैरान कर देने वाली है और सरकार के उन दावों की पोल खोल रही है, जिसमें गांव-गांव तक सड़क पहुंचाने के दावे किए जाते हैं।
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ग्रामीणों ने सड़क सुविधा न होने की अपनी समस्या को मीडिया के माध्यम से सरकार तक पहुंचाकर समस्या के जल्द से जल्द समाधान की मांग की है। मामला रेणुका विधानसभा क्षेत्र के चुनौटी गांव का है। जहां मरीज को कंधों पर उठाकर अस्पताल (Hospital) ले जाते हुए ग्रामीणों ने वीडियो (Video) बनाकर सरकार तक अपनी समस्या पहुंचाने का प्रयास किया है। इस पूरे मामले में हैरत की बात यह है कि उक्त गांव के लिए सड़क का शिलान्यास वर्ष 2015 में हो चुका है।
सड़क का लगभग आधा कार्य पूरा भी हो चुका है। स्थानीय लोगों की मानें तो ठेकेदार को तक़रीबन 20 लाख रुपए कार्य के नहीं मिले है, इस वजह से ठेकेदार ने सड़क का कार्य बंद कर दिया है। ऐसे में स्थानीय लोगों को किसी भी आपातकालीन स्थिति में मरीज को कंधों पर उठाकर अस्पताल (Hospital) तक पहुंचाना पड़ रहा है। लोगों ने सरकार से मांग की है कि इस समस्या का जल्द समाधान किया जाए, ताकि उन्हें सड़क की सुविधा मिल सके।