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हमारे देश में कई वर्षों से मोटे अनाज उगाए जाते हैं और उन्हें खानपान में शामिल किया जाता रहा है, लेकिन आज के समय में हम देखते हो कि इनकी जगह बाज़ार के चटपटे खाद्य पदार्थों ने ले ली है। परिणाम हमारी सेहत पर स्पष्ट दिखाई दे रहा है। अगर आप जानना चाहते है कि ये अनाज कौन से है तो हम आप को बता देते हैं, इन मोटे अनाजों शामिल हैं बाजरा, मक्का, ज्वार, रागी (मड़ुआ), सांवा, कोदो, कंगनी, कुटकी और जौ। हम जानते हैं कि सभी मोटे अनाजों में कैल्शियम, फ़ाइबर, विटामिन्स, आयरन और प्रोटीन की मात्रा होती है, जो हमारे भोजन को पौष्टिक बनाते हैं। इसके अलावा आइए जानते हैं कि ये मोटे अनाज हमारी सेहत को कितना फ़ायदा पहुंचाते हैं।
बाजराः प्रोटीन से भरपूर बाजरा हमारी हड्डियों को मज़बूत बनाता है। फ़ाइबर की अधिकता के कारण यह पाचनक्रिया में सहायक होता है और वज़न कम करने में भी मदद मिलती है। इसमें मौजूद कैरोटीन हमारी आंखों के लिए फ़ायदेमंद होता है। इसमें ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स की भी अच्छी मात्रा होती है, जो नींद लाने और पीरियड्स के दर्द को कम करने में मदद करते हैं. यह कैंसररोधी भी है। प्रति 100 ग्राम बाजरे में लगभग 11.6 ग्राम प्रोटीन, 67.5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 132 मिलीग्राम कैरोटीन पाया जाता है।
रागीः यह उच्च पोषण वाला मोटा अनाज है, जिसके उपज की शुरुआत भारत से ही मानी जाती है। प्रति 100 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम कैल्शियम होता है यानी कि यह कैल्शियम से भरपूर है। रागी, डायबिटीज़ पीड़ितों के लिए भी फ़ायदेमंद होती है। इसमें मौजूद ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स नींद की परेशानी और डिपरेशन से निकलने में भी मदद करते हैं।
ज्वारः वज़न कम करने और कब्ज़ को दूर करके पाचनक्रिया को दुरुस्त रखने के लिए ज्वार बढ़िया ऑप्शन है। इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों की मज़बूती देने का काम करता है, जबकि कॉपर और आयरन शरीर में रेड ब्लड सेल्स की संख्या बढ़ाने और ख़ून की कमी यानी अनीमिया को दूर करने में सहायक होते हैं।इसमें पोटैशियम और फ़ॉस्फ़ोरस की भी अच्छी मात्रा होती है। ज्वार का उपयोग बेबी फूड बनाने में भी होता है।
मक्काः मक्के की रोटी और साबुत भूने मक्के यानी कॉर्न से लगभग सभी लोग वाक़िफ़ होंगे। विटामिन ए और फ़ॉलिक एसिड से भरपूर मक्का दिल के मरीजों के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद होता है। यह ख़राब कोलेस्टेरॉल को कंट्रोल करता है। गर्भवती महिलाओं को अपनी डायट में मक्का शामिल करना चाहिए। वज़न कम करने की कोशिश में लगे लोगों इससे परहेज़ करना चाहिए। क्योंकि यह वज़न बढ़ाने में मददगार है। इसमें कार्बोहाइड्रेट व कैलोरी अधिक मात्रा में पाई जाती है।
जौः पोषक तत्वों से भरपूर जौ (बार्ले) हमारी शरीर को कई बीमारियों से बचाने का काम करता है। जौ में गेहूं की अपेक्षा अधिक प्रोटीन व फ़ाइबर मौजूद होता है, जिससे वज़न कम करने, डायबिटीज़ कंट्रोल करने, ब्लडप्रेशर को संतुलित करने में मदद मिलती है। जौ में आठ तरह के अमीनो एसिड पाए जाते हैं, जो शरीर में इंसुलिन के निर्माण में मदद करते हैं। दिल संबंधित बीमारियों के लिए भी जौ का सेवन फ़ायदेमंद होता है। जौ में आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, कैल्शियम जैसे कई महत्वपूर्ण मिनरल्स मौजूद होते हैं, जो हमारी सेहत के लिए ज़रूरी पोषकतत्व होते हैं।
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