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दिवाली दीयों से ज्यादा पटाखों और मिठाइयों का त्योहार बन गया है यह कहना गलत नहीं होगा। यह त्योहार पटाखों और मिठाइयों के बिना अधूरा सा है। आप अपने मजे में ध्यान नहीं देते कि आपकी कुछ गलतियां इस त्योहार पर आपके लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप किस तरह इस दिवाली अपना और अपनों का ख्याल रख सकते हैं …
दिवाली की रात काफी ज्यादा मात्रा में पटाखे जलाए जाते हैं, ऐसे में पटाखों का धुआं और हानिकारक केमिकल हवा में घुल जाते हैं। ऐसे में त्वचा का हवा के साथ सीधा संपर्क रोकने के लिए त्वचा की नमी बनाए रखना बहुत जरूरी है।
दिवाली पकवानों का त्योहार भी है। ऐसे में सेहत को देखते हुए आपको कोशिश करनी चाहिए कि तली-भुनी चीजें कम खाएं क्योंकि पटाखों के धुएं से आपका मन खराब हो सकता है। तली-भुनी चीजों में ज्यादा भारीपन होता है, जिसे पचने में वक्त लगता है।
आंखों का ऊपरी हिस्सा सबसे नाजुक होता है, जिस पर धुएं का असर सबसे ज्यादा होता है इसलिए आपको इस हिस्से पर एलोवेरा जेल लगाना है जिससे आंखों पर पटाखों के केमिकल और धुएं का कम असर पड़े। इससे आपकी आंखों में जलन नहीं होगी।
अगर आपको या आपके घर में किसी को अस्थमा या श्वास सम्बधी कोई अन्य बीमारी है, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए कि परेशानी होने पर आपको सबसे पहले कौन से कदम उठाने हैं या होम ट्रीटमेंट के क्या तरीके हो सकते हैं।
पटाखों में कई केमिकल ऐसे होते हैं, जो आपके लिए बहुत हानिकारक है। इनमें से कुछ केमिकल तो ऐसे होते हैं, जिन्हें छूते ही आपकी त्वचा में जलन होने लगती है। ऐसे में आपके बच्चे या आप पटाखें जलाते हैं, तो आपको हाथ धोकर कोई और काम करना चाहिए।
दिवाली में ज्यादा मात्रा में मीठा खाने से भी कई बीमारियां हो सकती है। वृद्धावस्था में अल्जाइमर्स की समस्या हो सकती है। याद्दाशत में कमी, निर्णय ना ले पाने में परेशानी हो सकती है। दिवाली में मीठे पर कंट्रोल रखें ताकि आपकी दिवाली हो सेहत वाली।
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