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आज के समय में लोग फिट रहने के लिए क्या कुछ नहीं करते। कोई योगा करता है तो कोई जिम जाता है। जिन लोगों को लगता है कि वे मोटे हो गए हैं वे अपनी डॉयट तक को कंट्रोल करते हैं। यह बात भी सही है कि खानपान और मोटापे में एक गहरा संबंध है। जो भी आप खाते है उसका सीधा असर आपके शरीर पर पड़ता है। इसलिए सबसे पहले खानपान की तरफ ध्यान देना बहुत जरूरी है। बात ब्रेकफास्ट की करते हैं तो सुबह क्या खाना चाहिए जिससे वजन कम हो। तो हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें ब्रेकफास्ट में शामिल करके आप अपने मोटापे को कम कर सकते हैं।
अंडेः उबले हुए एक बड़े अंडे में 78 कैलोरी और कई तरह के महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। इसमें ल्युटिन और जेक्सांथिन होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट हैं। इनसे आपकी आंखों की रोशनी अच्छी रहती है। अंडे में विटामिन-डी भी होता है जिससे हड्डियां और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता दुरुस्त रहती है। इसमें कोलाइन भी होता है जो आपके मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है। अंडे में करीब 6 ग्राम प्रोटीन होता है। ब्रेकफास्ट में अधिक प्रोटीन वाला ब्रेकफास्ट करने से भूख कम होती है और आपको पेट के भरे होने का अहसास होता है।
केलेः केले में फाइबर अधिक मात्रा में होता है लेकिन कैलोरी की संख्या कम होती है। सुबह ब्रेकफास्ट में मीठे सेरेल्स की जगह केला एक अच्छा विकल्प है। एक छोटे केले में 100 से ज्यादा कैलोरी होती हैं और 3 ग्राम डाइट्री फाइबर होता है, जो आपकी प्रतिदिन फाइबर की आवश्यकता का 12 प्रतिशत होता है। फाइबर आपके पेट को धीरे-धीरे खाले होने देता है, जिससे आपको भूख का अहसास कम होता है। इसे खाने के बाद लंबे समय तक आपको कुछ और खाने का मन नहीं होता है। कई अध्ययनों में इस बात की पुष्टि की गई है कि फलों और सब्जियों से मिलने वाला फाइबर मोटापे को कम करने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, कच्चा केला प्रतिरोधी स्टार्च का एक अच्छा स्रोत होता है। प्रतिरोधी स्टार्च वह स्टार्च है, जिसे आपका पेट और छोटी आंत आसानी से पचा नहीं पाती है। अध्ययनों में यह कहा गया है कि प्रतिरोधी स्टार्च आपके खाने और लटकती हुई तोंद को कम कर सकती है।
योगर्ट (दही): फेट लॉस ब्रेकफास्ट में दही एकदम बेहतर विकल्प है। यदि इसके पोषक तत्वों के देखा जाए तो 100 ग्राम दही में करीब 3.5 ग्राम और 250 ग्राम में 8.5 ग्राम प्रोटीन होता है। इसमें केसीन या वह प्रोटीन हो सकता है। यह पानी में इसकी घुलनशीलता पर निर्भर करता है। पानी में घुलने वाले प्रोटीन को वेह और वहीं न घुलने वाले मिल्क प्रोटींस को केसीन कहा जाता है। केसीन प्रोटीन के पाचन की प्रक्रिया बेहद ही धीमी होती है। इसे खाने के बाद आपको पेट भरे होने का अहसास होगा। ज्यादातर योगर्ट (दही) में 80% केसीन प्रोटीन होता है। बतौर ब्रेकफास्ट के रूप में इसे खाने से आप दिनभर की कैलौरी में कटौती कर सकते हैं। इससे आपको मोटापा कम करने में मदद मिलती है। वहीं वह और केसीन दोनों ही प्रोटीन में जरूरी अमीनो एसिड्स होते हैं, जो आसानी पच जाते हैं।
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