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नई दिल्ली। दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) कैंपस में रविवार शाम (5 दिसंबर) हुई हिंसा के बाद से पूरे देश भर में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। विपक्ष द्वारा इस हमले के लिए ABVP और BJP को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। वहीं विश्वविद्यालय में घायल हुए छात्रों का कहना है कि उनके ऊपर वामपंथी उपद्रवियों ने हमला किया। इस सारे आरोप-प्रत्यारोप के बीच सोशल मीडिया 2 तस्वीरों को जोड़कर काफी तेजी से वायरल किया जा रहा है।
पहली तस्वीर कल शाम हुए हमले की है, जिसमें एक मास्कधारी लड़की चेक बाली बुशर्ट पहन हाथ में डांडा थामे नजर आ रही है। वहीं दूसरी तस्वीर में एक लड़की अस्पताल में अपना हाथ पकड़े हुए नजर आ रही है, जिसने लगभग उसी पैटर्न की बुशर्ट पहन रखी है। अब सोशल मीडिया पर आरोप ये लगाया जा रहा है कि दोनों तस्वीरों में नजर आ रही लड़की एक ही है। इसके साथ ही खुले चेहरे वाली लड़की को एबीवीपी की छात्र कार्यकर्ता बताते हुए इस बात का आरोप लगाया जा रहा है कि यह लड़की कल शाम विश्वविद्यालय प्रांगण में हुए लड़ाई में मौजूद थी और पकड़े जाने के डर से अस्पताल में झूठा दिखावा करने के लिए इलाज कराने आई है।
अब हम आपको बता दें कि ये लड़की एबीवीपी कि कार्यकर्ता है, जिसका नाम शाम्भवी, जो खुद उपद्रवियों द्वारा किए गए हमले का शिकार हुई है। शाम्भवी को कल इलाज कराने के लिए एम्स में भर्ती भी करवाया गया था। वहीं ऑपइंडिया नामक एक वेबसाइट द्वारा किए गए फ़ैक्ट चेक में इस बात का खुलासा भी हुआ कि दोनों तस्वीरों में नजर आ रही लड़की एक नहीं बल्कि अलग है। इस रिपोर्ट के अनुसार अगर हम दोनों तस्वीरों को देखें तो जाहिर तौर पर दिखता है कि दोनों की शारीरिक बनावट एक दूसरे से बिल्कुल अलग है।
दोनों तस्वीरों को एक साथ देखते हैं तो यह भी स्पष्ट होता है कि नकाबपोश गुंडी दाईं ओर की लड़की (एबीवीपी कार्यकर्ता शाम्भवी) की तुलना में शारीरिक रूप से अधिक वजनदार है। अगला, सबसे स्पष्ट चीज जो दिखाई देती है, वो है उनके शर्ट के चेक-पैटर्न में अंतर। जैसा कि बहुत स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि शाम्भवी की शर्ट के चेकों की तुलना में नकाबपोश गुंडी की शर्ट पर बहुत छोटे चेक बने हुए हैं। साथ ही चेक का पैटर्न भी पूरी तरह से अलग दिखाई देता है। वहीं दोनों लड़कियों के जूते भी अलग-अलग हैं।
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