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दयाराम कश्यप/सोलन। एक परिवार के तीन सदस्यों की जान उस समय आफत में फंस गई जब वह एक निजी अस्पताल (Private hospital) की लिफ्ट में करीब आधा घंटा फंसे रहे। इस दौरान लिफ्ट में लगे इमरजेंसी नंबरों पर भी संपर्क नहीं हो पाया। यह निजी अस्पताल उपमंडल सोलन के सुल्तानपुर में स्थित है। वहीं मामला रविवार देर शाम का बताया जा रहा है। यह लोग एक महिला की डिलीवरी के लिए अस्पताल आए हुए थे। डिलीवरी के बाद जब पिता व उनके दोनों बेटे ग्राउंड फ्लोर पर कैंटीन में खाना खाने के लिए जा रहे थे तो उसी दौरान लाइट चली गई। और यह लोग लिफ्ट में फंस गए। करीब आधे घंटे तक तीनों अंदर ही फंसे रहे। लिफ्ट में लगे इमरजेंसी नंबरों पर भी संपर्क न होने के कारण तीनों को घबराहट होने लगी।
युवक ने पत्नी के पास बैठी अपनी मां को फोन करके लिफ्ट में फंसे होने की सूचना दी। मां ने सूचना मिलते ही आठवें फ्लोर से लेकर ग्राउंड फ्लोर तक लिफ्ट के दरवाजे बजाती रही। बुजुर्ग महिला को परेशान देखकर लोग भी एकत्रित हो गए। इसके बाद अफरा तफरी मच गई। करीब आधे घंटे बाद कर्मचारियों ने चाबी से लिफ्ट (Lift) के दरवाजे को खोलकर तीनों को बाहर निकाला।
अस्पताल में ऐसी घटना से अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्थाओं की भी पोल खुल गई है। लिफ्ट में लगे आपातकालीन नंबर पर भी संपर्क न होने के कारण इमरजेंसी सेवाओं को लेकर भी सवालिया निशान लग गए हैं। अर्की के भूमती निवासी धनीराम अपने बेटे हेमराज व संजीव कुमार व पत्नी के साथ बहू की डिलीवरी के लिए एमएमयू अस्पताल आए थे। रात आठ बजे तीनों पिता पुत्र ग्राउंड फ्लोर पर कैंटीन में खाना खाने लिफ्ट से जा रहे थेए इस दौरान यह हादसा पेश आया।
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