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Kanpur Encounter : विकास दुबे के संपर्क में थे दो दारोगा और एक सिपाही, Suspend
Last Updated on July 6, 2020 by
नई दिल्ली। कानपुर मुठभेड़ में कई अहम खुलासे हो रहे हैं जिनमें से सबसे चौंकाने वाला है विकास दुबे (Vikas Dubey) के साथ पुलिसकर्मियों के संबंध और मुठभेड़ की पहले से सूचना। हिस्ट्री शीटर विकास दुबे के संपर्क में चौबेपुर पुलिस थाने के दो दारोगा और एक सिपाही थे जिनकी कॉल डिटेल (Call detail) से इसका खुलासा हुआ है। इसके बाद दारोगा कुंवर पाल और कृष्ण कुमार शर्मा समेत सिपाही राजीव को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच शुरू हो गई है।
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रविवार को पुलिस ने विकास दुबे के साथी दया शंकर अग्निहोत्री को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दयाशंकर ने पुलिस के साथ पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे किए। उसने कहा कि मुठभेड़ (Encounter) के दौरान विकास दुबे खुद बंदूक लेकर पुलिस पर फायरिंग कर रहा था। ये बंदूक दयाशंकर के नाम पर थी। विकास दुबे ने 25 से 30 लोगों को बुलाया था, जिनके पास अवैध असलहे थे। पुलिस दबिश से पहले विकास के पास एक फोन आया था। विकास की कॉल डिटेल में कुल 24 पुलिसवालों के नाम सामने आए हैं। विकास दुबे के साथ चौबेपुर थाने का एक दारोगा और दो सिपाहियों के लगातार संपर्क में रहने के साक्ष्य मिले हैं। शिवराजपुर थाने के भी कुछ सिपाही विकास दुबे के लगातार संपर्क में थे।
गौर हो कि कानपुर (Kanpur) के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में गुरुवार रात को कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके साथियों से मुठभेड़ (Encounter) में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। शहीदों में सीओ बिल्हौर, एसओ शिवराजपुर के अलावा दो दरोगा, चार सिपाही शामिल थे। शातिर बदमाशों ने गोलियों के अलावा बम और कुल्हाड़ी जैसे धारदार हथियारों से पुलिसकर्मियों पर हमला किया था। कई पुलिसकर्मियों के असलहे तक लूट लिए थे। विकास दुबे और उसके साथियों ने सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र को वीभत्स तरीके से मारा था। हमला होते ही सीओ दीवार कूदकर एक घर में जाकर छिपे थे। ये घर विकास के मामा का था। बदमाशों ने घर में घुसकर दीवार से सटाकर सीओ के सिर पर ताबड़तोड़ कई गोलियां मारीं। पूरा शव क्षत-विक्षत कर एक पैर भी काट दिया था।