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नई दिल्ली। बाढ़ (Flood) के कारण आए हमें कई खबरें सुनने में आ रही हैं। एक ऐसा ही मामला सुनने में आ रहा है जब एक मां ने अपने डूबते हुए 3 महीने के बच्चे को बचाने के लिए अपने तीन बच्चों के साथ नदी में छलांग लगा दी। लोगों ने उन्हें कूदते हुए देख लिया जिसके बाद उन्होंने महिला और उसकी एक बेटी को तो बचा लिया लेकिन महिला के तीन बच्चों की मौत हो गई। महिला के 3 महीने के बच्चे की तस्वीर भी सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रही है जिससे बिहार में राजनीति (Politics) शुरू हो गई है। सोशल मीडिया पर लोग उसकी तुलना सीरिया में डूबने वाले एलन कुर्दी से कर रहे हैं, जो 2015 में शरणार्थियों से भरी नौका के भूमध्यसागर पार करने के दौरान हुए हादसे में अपनी डूब कर मर गया था।
याद है सीरिया में समुद्र तट पर बहकर आये एक मासूम शरणार्थी का शव देखकर पूरी दुनिया रो उठी थी… लेकिन शायद बिहार की प्रलयंकारी बाढ़ में अपना जीवन खोने वाले बच्चे के लिए आंसू बहाने के लिए न तो सरकार है वे संवेदनशील हृदय! pic.twitter.com/vcIWDSvd4X
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) July 18, 2019
बिहार के शीतलपट्टी के मीनापुर स्थित शीतलपुर की रहने वाली शत्रुघ्न राम की पत्नी रीना देवी बागमती नदी के तट पर नहाने गई थी। उसके साथ उसके 4 बच्चे भी थे जो नदी के किनारे खेल रहे थे। उसी दौरान उसका एक साल का बच्चा पानी में बहने लगा यह देख कर महिला अपने बच्चे को बचाने के लिए पानी में कूद गई और उसके पीछे उसके तीन बच्चों ने भी पानी में छलांग लगा दी। स्थानीय लोगों ने उन्हें डूबता देख रीना देवी और उनकी एक बेटी राधा को लोगों ने बचा लिया, लेकिन 3 बच्चे अर्जुन, राजा और बेटी ज्योति डूब गए और उन्हें बचाया नहीं जा सका। अभी तक सिर्फ एक ही बच्चे को ढूंढा जा सका है।
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