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Una में सैलून व ब्यूटी पार्लर खोलने से पहले संचालकों को दी Training
Last Updated on May 20, 2020 by Deepak
ऊना। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने डीआरडीए सभागार में हेयर सैलून व ड्रेसर, ब्यूटी पॉर्लर, स्पा और नाई की दुकानें संचालित करने वालों के लिए आज एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता डीसी ऊना संदीप कुमार ने की। कार्यशाला (Workshop) के दौरान उपस्थित सभी संचालकों को सभी दिशा-निर्देशों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए डीसी संदीप कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के कारण व्यावसायिक गतिविधियों पर अस्थाई रोक लगा दी गई थी लेकिन अब सरकार ने इन गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दे दी है। हेयर ड्रेसर व सैलून, स्पा, नाई की गतिविधियां (Activities) शुरू करना भी अनिवार्य है, परंतु इन्हें शुरू करने से पूर्व संचालकों को आवश्यक दिशा-निर्देशों की जानकारी होना बहुत जरूरी है, ताकि कोविड-19 की रोकथाम में मदद मिल सके। इसी को लेकर इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
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ग्राहक के नाम, आयु, मोबाइल नंबर की रखनी होगी जानकारी
उन्होंने बताया कि रविवार 24 मई से प्रात: 5 बजे से दोपहर 1 बजे तक इन गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दी जा रही है। मंगलवार को यह गतिविधियां बंद रहेंगी। उन्होंने बताया कि संचालकों को कोविड-19 की हिदायतों (Instructions) की अनुपालना सुनिश्चित करनी होगी। डीसी ने बताया कि संचालकों को ग्राहक का नाम, आयु, मोबाइल नंबर सहित पूर्ण जानकारी रखनी होगी। उन्हें मास्क, दस्तानें, सिर ढकने की टोपी, चेहरे पर शील्ड का प्रयोग करना होगा। उन्हें आरोग्य सेतु ऐप का प्रयोग करना होगा, साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होगा कि ग्राहक के फोन पर भी यह ऐप हो।
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खांसी, जुखाम, बुखार जैसे लक्षण वालों को घर पर ना दें सेवाएं
डीसी ने कहा कि यह सेवाएं ग्राहक के घर जाकर भी दी जा सकती हैं लेकिन कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है। पहले फोन पर संपर्क करें और सुनिश्चित करें कि ग्राहक के घर में किसी सदस्य को खांसी, जुखाम, बुखार, गले में दर्द जैसे लक्षण तो नहीं है, अगर ऐसा हो तो घर पर सेवाएं ना दें। ग्राहक के घर बाहर खुले में सेवा दी जाएं, ग्राहक अपना तौलिया व मास्क इस्तेमाल करें। कर्फ्यू में ढील के दौरान दो से तीन ग्राहक प्रति घंटे के हिसाब से सेवाएं दें। व्यक्तिगत स्वच्छता और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि उपमंडल स्तर पर भी संचालकों के लिए इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।