-
Advertisement
पंजाब में DC ऑफिस की छत से तिरंगा नीचे गिराया; फहराया गया खालिस्तानी झंडा
Last Updated on August 15, 2020 by Deepak
मोगा। पंजाब स्थित मोगा (Moga) जिले से एक बड़ा ही विवादास्पद मामला सामने आया है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर दो लोगों ने एक प्रशासनिक भवन की इमारत से राष्ट्रीय ध्वज हटाकर एक भगवा झंडा फहरा दिया, जिस पर ‘खालिस्तान’ (Khalistani flag) लिखा था। हालांकि, पुलिस ने बाद में खालिस्तान का झंडा हटाकर नया तिरंगा लगाया। बतौर रिपोर्ट्स यह झंडा मोगा में DC ऑफिस की छत पर फहराया गया। वहीं, दोनों ने जाते वक्त DC ऑफिस के बाहर लगे राष्ट्रीय ध्वज की रस्सी काट दी, जिससे तिरंगा नीचे गिर गया. इस मामले पर पुलिस का कहना है कि हमारे पास आरोपियों के सीसीटीवी फुटेज हैं और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लेंगे।
हिंदू संगठनों ने जताया रोष
तिरंगा उतारकर खालिस्तान का झंडा फहराने को लेकर हिन्दू संगठनों में भारी रोष है। इस संबंध में शुक्रवार को आयोजित बैठक के दौरान पार्टी के एंटी खालिस्तान फ्रंट’के राष्ट्रीय अध्यक्ष निशांत शर्मा व राष्ट्रीय चेयमैन अमित घई ने कहा कि रेफरेंडम 2020 के प्रचार के तहत ही उक्त घटना को अंजाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब में बमुश्किल शांति बहाल की गई है। लेकिन, खालिस्तान समर्थक तेजी के साथ सक्रिय होने का प्रयास कर रहे है। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सरकार से उक्त घटना को गंभीरता से लेते हुए सख्त कदम उठाने की मांग की है।
यह भी पढ़ें: लाल किले से बोले PM Modi: जिस किसी ने आंख उठाई है, सेना ने उसी भाषा में जवाब दिया
लाल किले पर खालिस्तानी झंडा फहराना चाहता था ये संगठन
बता दें कि अमेरिका में सक्रिय खालिस्तानी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ (Sikh for Justice) ने भारतीय स्वतंत्रता दिवस (Independence day) यानी 15 अगस्त को देश की एतिहासिक इमारत लाल किले पर खालिस्तानी झंडा (Khalistani flag) फहराने की साजिश रची थी। जिसे लेकर खुफिया विभाग (IB) ने बड़ा अलर्ट जारी किया है। अलर्ट में विभाग ने कहा है कि खालिस्तान की मांग करने वाले सिख फॉर जस्टिस की अगुवाई करने वालों में से एक गुरुवंतपंत पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने लाल किले पर 14, 15 और 16 अगस्त के दिन खालिस्तान का झंड़ा फहराने वाले सिख को 125,000 डॉलर देने का ऐलान किया है। सिख फॉर जस्टिस के सुप्रीमो गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बयान जारी करके दावा किया कि 15 अगस्त सिखों के लिए स्वतंत्रता दिवस नहीं है।