-
Advertisement
विधायक देबाश्री रॉय ने छोड़ा TMC का दामन, BJP में हो सकती हैं शामिल
Last Updated on March 15, 2021 by
कोलकाता। पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले बीजेपी और टीएमसी को झटके लग रहे हैं। हाल ही में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने टीएमसी (TMC) का दामन थाम लिया था जिनको पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी देते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (Vice President) भी बना दिया है। अब ममता बनर्जी को एक और बड़ा झटका मिला है। तृणमूल कांग्रेस की विधायक देबाश्री रॉय (Debashree Roy) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। दक्षिण 24 परगना के रायदीघी से टीएमसी की विधायक देवश्री ने पार्टी अध्यक्ष सुब्रत बक्शी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
यह भी पढ़ें: बाइक सवार को ट्रैफिक पुलिस वाले ने रोकते ही कुछ ऐसा कहा, Video देखकर समझ जाओगे
विधानसभा चुनावों (Assembly elections) की तारीखों की घोषणा से पहले भी चर्चा थी कि देबाश्री रॉय बीजेपी में शामिल हो सकती हैं। देबाश्री ने कहा था कि वह तृणमूल में अपमान का घूंट पीकर रह रही हैं, लेकिन इस बार वह रायदीघी से चुनाव नहीं लड़ेंगी। बता दें कि टोटो की खरीद में हुई गड़बड़ी के मामले में स्थानीय विधायक देबाश्री रॉय पर कीचड़ उछाले गए जिससे वह बेहद आहत हुईं। देबाश्री रॉय का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से बात की, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ। देबाश्री का कहना है कि आम लोगों ने उन्हें बहुत प्यार दिया, लेकिन तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने उनको अपमानित किया।
Actor and TMC MLA Debashree Roy who defeated CPM's Kanti Ganguli quits the party. pic.twitter.com/N3zQ1c2v4D
— Vasudha Venugopal (@Vasudha156) March 15, 2021
बता दें कि पिछले कई दिनों से टीएमसी के कई सांसदों और विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा (Resignation) दिया है। पिछले साल दिसंबर में ममता बनर्जी के करीबी माने जाने वाले सुवेंदु अधिकारी टीएमसी छोड़कर बीजेपी में जुड़ गए थे। वहीं, बीते दिनों टीएमसी के राज्यसभा सांसद और पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे। दिनेश त्रिवेदी ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए कहा था कि राज्य में हिंसा का माहौल है, जिससे उनका दम घुट रहा है। उन्होंने ये भी कहा था कि पार्टी में बोलने के लिए कोई मंच नहीं है। इसके बाद दिनेश त्रिवेदी बीजेपी में शामिल हो गए थे और इसे जनता के परिवार जैसी पार्टी बताया था।