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कोरोना संकट में नई मुसीबत, पंजाब में PUBG ने ली दो बच्चों की जान
फरीदकोट। कोरोना के संक्रमण के खतरे के चलते लगे कर्फ्यू में लोग घरों में कैद हैं। इन दिनों लोगों के लिए टाइम काटना मुश्किल हो रहा है ऐसे में लोग गेम्स का सहारा ले रहे हैं। ऐसी ही गेम पबजी लोगों की जान ले रही है। पंजाब (Punjab) में ये ऑनलाइन गेम पबजी (PUBG Game) बच्चों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। कोटकपूरा में पबजी गेम ने दो बच्चों की जान ले ली। दोनों बच्चों को पबजी गेम खेलते समय ब्रेन हैमरेज हुआ।
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वांदर जटाना के शख्स ने बताया कि उनका बेटा विदेश में रहता है और 18 वर्षीय पोता गांव में उनके साथ रहता था। 15 अप्रैल को दोनों ने करीब नौ बजे साथ ही खाना खाया। इसके बाद पोता अपने कमरे में चला गया। रात करीब दो बजे जब उन्होंने पोते को देखा तो उसने हेडफोन लगाया था और मोबाइल पर पबजी गेम चल रहा था। वह खुद बेड से नीचे बेदम पड़ा हुआ था। वह उसे तुरंत अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने मौत का कारण ब्रेन हेमरेज (Brain Hemorrhage) बताया है। वहीं, कोटकपूरा में एक दुकानदार का बेटा कर्फ्यू के दौरान ऑनलाइन ही पढ़ता था। ज्यादातर समय फोन उसके पास ही रहता था। इस बीच उसने टाइम पास करने के लिए पबजी खेलना शुरू कर दिया था। इसी के चलते 9 अप्रैल को ब्रेन हैमरेज होने के कारण उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
मनोरोग विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश अरोड़ा ने बताया कि पबजी खेलते समय बच्चे स्ट्रेस ज्यादा ले लेते हैं, जिससे यह एरीटेशन और फिर एग्रीशन में बदल जाता है। इससे शरीर में कई तरह से नुकसानदायक रसायन बनते हैं, जोकि मानसिक विकार पैदा करने के साथ ही हार्ट को इफेक्ट करते हैं। गेम में बहुत ज्यादा उत्तेजना बढऩे से हार्ट इफेक्टिव होता है, जिसके कारण कई बार उसकी मौत भी हो जाती है।