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IIT Engineers का अविष्कार – कोरोना संक्रमित है या नहीं दूर से स्कैन कर बताएगा Device
रोपड़। इस समय पूरी दुनिया कोरोना जैसी महामारी से जूझ रही है। वैज्ञानिक कोई न कोई खोज करने में जुटे हुए हैं जिससे इसके नुकसान को काम किया जा सके। इसी बीच पंजाब में रोपड़ आईआईटी के दो इंजीनियरों ने एक ऐसा डिवाइस को बनाने में सफलता हासिल की है जो सिर्फ स्कैन करके 2 मिनट में बता देगा कि व्यक्ति कोरोना संक्रमित है या नहीं। इस टेस्ट को करने के लिए किसी डॉक्टर या व्यक्ति की जरूरत नहीं होगी। यह डिवाइस (Device) मेट्रो स्टेशन, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन जैसी भीड़-भाड़ की जगह पर लोगों की जांच करने में यह काफी मददगार साबित होगा।
जानकारी के अनुसार रोपड़ (Ropar) के दो इंजीनियर रवि बाबू मुलावीसला और विनीता अरोड़ा ने मिलकर ये डिवाइस बनाया है। ये डिवाइस दूर से ही व्यक्ति के फेस को स्कैन करके कंप्यूटर में भेजेगा। इसमें खास बात ये है कि इस तकनीक के जरिए कहीं दूर बैठा व्यक्ति भी कंप्यूटर के जरिए 2 मिनट में पता लगा लेगा कि वह व्यक्ति कोरोना से संक्रमित है या नहीं। सबसे बड़ी बात यह है कि इन दो इंजीनियरों ने लोगों को स्कैन करने के लिए इंफ्रारेड विजन सिस्टम तैयार किया है। इसके बाद इसमें इंफ्रारेड डिटेक्टर लगाया जाएगा, जिसके बाद एयरपोर्ट, मेट्रो स्टेशन, शॉपिंग मॉल जैसी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर यह काफी कारगर सिद्ध होगा। यह तकनीक तुरंत ही एक साथ कई लोगों का टेस्ट कर सकेगी।
बेंगलुरु की एक कंपनी के साथ इस तकनीक को लेकर समझौता हुआ है जो क्लिनिकल टेस्ट के बाद बाजार में उतार दी जाएगी। इस तकनीक के जरिए बहुत ही महत्वपूर्ण परिणाम सामने आएंगे। इंफ्रारेड विजन सिस्टम में एक लैपटॉप एक मोबाइल और एक इंफ्रारेड डिटेक्टर का प्रयोग किया जाएगा। इससे माथे का टेंपरेचर और नाक का टेंपरेचर लिया जाएगा, जिसमें लगभग 2 डिग्री या 4 डिग्री तक का फर्क दिख जाएगा। अगर उससे ज्यादा नाक ठंडी है तो उसको कोरोना संक्रमित समझा जा सकेगा तथा क्लिनिक टेस्ट के लिए भी भेजा जा सकता है या फिर उस व्यक्ति को उपचार के लिए भेजा जा सकता है।