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क्रशर एसोसिएशन ने Mining Policy को बताया तुगलकी फरमान, जारी रहेगी हड़ताल
Last Updated on March 7, 2020 by
ऊना। एक सप्ताह से हड़ताल पर चल रही ऊना क्रशर एसोसिएशन( Una Crushers Association) ने सरकार की नई खनन नीति( Mining Policy) को तुगलकी फरमान करार दिया है। एसोसिएशन के जिला प्रधान डिंपल ठाकुर ने ऊना में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि क्रशर और ओपन सेल लीज होल्डरों की हड़ताल के कारण जहां सरकारी राजस्व को नुकसान हो रहा है वहीं विकास कार्य भी ठप हो गए है। डिंपल ठाकुर ने सरकार को चेतावनी दी कि जब तक नई खनन नीति वापिस नहीं होगी क्रशर और ओपन सेल लीज होल्डरों की हड़ताल जारी रहेगी।
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क्रशर एसोसिएशन की हड़ताल के चलते जिला ऊना में सरकारी व गैर सरकारी निर्माण कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो गए है। वहीं सरकार को करीब 50 करोड़ का राजस्व घाटा 31 मार्च तक होगा। वहीं अब तक करीब 500 करोड़ के कार्य प्रभावित हो चुके हैं। यह बात क्रशर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डिम्पल ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से तुगलकी फरमान जारी किए गए हैं। जिसे सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रेत-बजरी न मिलने से निर्माण कार्य अधर में लटक गए है। ऐसे में सरकारी ठेकेदारों के साथ-साथ लोगों को भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए क्रशर एसोसिएशन ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस तुगलकी फरमान को जल्द से जल्द वापस लिया जाए। जब तक सरकार ने अपना निर्णय वापस न लिया, तब तक क्रशर एसोसिएशन की हड़ताल जारी रहेगी। क्रशर एसोसिएशन की हड़ताल के चलते जिला ऊना के सभी क्रशरों पर कामकाज पूरी तरह से बंद है। लोगों को रेत-बजरी नहीं मिल पा रही है। ऐसे में जिला भर में सरकारी विकास कार्यो के साथ-साथ लोगों द्वारा बनाए जा रहे घर निर्माण कार्य भी बीच अधर में लटक गए है।