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IHSDP Scheme: धर्मशाला। नगर निगम धर्मशाला के तहत आने वाले आवासहीन गरीबों का अपना घर होने का सपना अब सपना ही नजर आ रहा है। केंद्र की योजना इंटेग्रेटेड हाउसिंग स्लम डवेलपमेंट (आईएचएसडीपी) के तहत आवासहीनों को उनका अपना घर मुहैया करवाना है। लेकिन अब इस योजना में उसी को घर मिल पाएगा जो नप में एक लाख रुपए की राशि जमा करवाएगा। हालांकि योजना के पहले चरण में आवास बनकर तैयार हैं लेकिन इन आवासों के लिए आवेदन करने वाले गरीब एक लाख के फेर में फंसते नजर आ रहे हैं।
पहले चरण में कुल 144 आवास बनने हैं, आवेदनों के अनुसार पात्र लोगों का चयन भी हो चुका है लेकिन एक लाख रुपए नहीं होने के कारण इन आवासों का कब्जा लेने के लिए कोई नहीं आ रहा। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत जो मकान बनने थे, उनके लिए आवेदकों को एक लाख रुपए जमा करवाने थे। यह राशि जमा करवाने के बाद इन लोगों को इन आवासों में कब्जा मिलना था। यह योजना केंद्र ने शुरू की थी कि गरीब परिवारों को सरकार घर देगी। आईएचएसडीपी योजना के तहत पहले चरण का कार्य तेजी से जारी है और 60 के करीब आवास बनकर तैयार भी हो चुके हैं लेकिन कोई भी व्यक्ति एक लाख रुपए जमा करवाकर इन आवासों में कब्जा लेने नहीं पहुंचा।
आईएचएसडीपी योजना के तहत बनने वाले आवासों में एकल महिलाओं को प्राथमिकता दी जानी है। इसका निर्णय लिया गत वर्ष अक्तूबर माह में आयोजित नगर निगम की बैठक में लिया गया था। इस बैठक में इस बात पर सहमति बनी थी कि विधवाए परित्यक्ता या अविवाहित गरीब महिलाओं को इन आवासों के आबंटन में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा जो लोग जमीन के अभाव में मकान बनाने में सक्षम नहीं हैं और गरीब वर्ग से सम्बंधित हैं उन्हें भी योजना के तहत आवास उपलब्ध करवाए जाने थे।
इस बारे में नगर निगम धर्मशाला के आयुक्त ललित जैन का कहना है कि आईएचएसडीपी के तहत नगर निगम धर्मशाला में निर्मित किए जा रहे 144 आवासों में से 60 आवास तैयार हो चुके हैंए जबकि अन्य का कार्य तेजी पर है। आवेदनकर्ता को आवास का कब्जा लेने के लिए योजना के नियमानुसार एक लाख रूपये जमा करवाने होंगे। अभी तक किसी भी आवेदनकर्ता ने उक्त राशि जमा नहीं करवाई है, जबकि कुछ आवेदनकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने बैंक से लोन के लिए आवेदन किया है। बैंक से लोन मिलते ही वे योजना के तहत निर्मित आवास का कब्जा ले लेंगे।
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