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UP Govt ने अंतिम वर्ष और अंतिम सेमेस्टर को छोड़कर बाकी सभी Exam स्थगित किए
Last Updated on July 16, 2020 by Deepak
लखनऊ। देश भर में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के क़हत के बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (UP Govt) ने विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों की परीक्षाओं के संदर्भ में एक बड़ा फैसला लिया है। राज्य में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच यूपी सरकार ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों के अंतिम वर्ष/सेमेस्टर को छोड़कर बाकी परीक्षाएं स्थगित (Exams postponed) कर दी हैं। सूबे के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अन्य कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। बकौल शर्मा, अंतिम वर्ष/सेमेस्टर की परीक्षाएं 30 सितंबर तक पूरी करा ली जाएंगी। दिनेश शर्मा ने आगे बताया कि स्नातक अंतिम वर्ष का परीक्षा फल 15 अक्टूबर तक और स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की परीक्षा का परिणाम 31 अक्टूबर तक घोषित कर दिया जाएगा।
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उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई छात्र किसी वजह से अंतिम वर्ष या सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाता है तो उसे दूसरा मौका भी दिया जाएगा। विश्वविद्यालय की सुविधा के अनुसार इस परीक्षा को आयोजित कराया जाएगा जिससे छात्रों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा या नुकसान ना हो। यह प्रावधान केवल चालू शैक्षणिक वर्ष के लिए ही लागू होगा। डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि प्रथम वर्ष या द्वितीय सेमेस्टर के लिए प्रावधान किया गया है। विश्वविद्यालय की गाइडलाइन कहती है कि प्रथम वर्ष के छात्रों के परिणाम शत-प्रतिशत आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर घोषित किए जाएं। उन्होंने आगे कहा कि जहां आंतरिक मूल्यांकन की प्रविधि चल रही है वहां कुलपति इस पद्धति को अपना सकते हैं और अगर नहीं है, या वे हमारी प्रविधि को अपनाना चाहते हैं तो परीक्षाओं के सिलसिले में चार कुलपतियों की समिति द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर सभी संकायों के प्रोन्नत प्रथम वर्ष के छात्र 2020-21 की द्वितीय वर्ष की परीक्षाओं में शामिल होंगे। बक़ौल दिनेश शर्मा, संबंधित विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार अगर वे अलग-अलग विषयों में पास होते हैं तो द्वितीय वर्ष के सभी विषयों के प्राप्त अंकों का औसत अंक ही उनके प्रथम वर्ष के अवशेष प्रश्न पत्रों का प्राप्तांक माना जाएगा।