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बुजुर्ग माता-पिता का नहीं रखा ख्याल तो संपत्ति से बाहर करेगी सरकार, प्रस्ताव तैयार
Last Updated on April 3, 2021 by Sintu Kumar
लखनऊ। कई विवादित कानून लाने के बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार अब बुजुर्गों के पक्ष में एक कानून (Law) लाने जा रही है। बताया जा रहा है कि इस बाबत यूपी के सीएम योगी आदित्यानाथ (Yogi Adityanath) को प्रस्ताव भी सौंपा जा चुका है। जानकारी के अनुसार कानून में इस तरह के प्रावधान हैं कि यदि बच्चे अपने बुजुर्ग माता-पिता की सेवा नहीं करते हैं तो उनकी संपत्ति (Property) वापस ले ली जाएगी। इसके अलावा ऐसे बच्चे या लोग जो बुजुर्गों जो रहते तो बुजुर्गों (Elderly) के घर में लेकिन उनकी देखभाल नहीं करते हैं उन्हें भी घर से निकाला जा सकता है।
इस बाबत उत्तर प्रदेश स्टेट लॉ कमीशन (UPSLC) ने प्रस्ताव सीएम को प्रस्ताव सौंप दिया है। यूपीएसएलसी द्वारा सीएम को माता-पिता तथा वरिष्ठ नागरिकों के भरण पोषण एवं कल्याण कानून-2007 में संशोधन का प्रस्ताव दिया गया है। बताया जा रहा है कि कानून में प्रस्ताव (Proposal) दिया गया है कि यदि कोई बुजुर्ग शिकायत करता है कि उसके बच्चे उसकी देखभाल (Care) नहीं कर रहे तो मां-बाप की ओर से अपने बच्चे को दी गई संपत्ति (Property) की रजिस्ट्री को रद्द कर दिया जाएगा।
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आपको बता दें कि कानून में संशोधन के प्रस्ताव लाने से पहले यूपीएसएलसी (UPSLC) ने एक अध्ययन अपनी रिपोर्ट में पाया था कि कई बार बच्चे ही बुजुर्ग माता-पिता को उनकी प्रॉपर्टी (Property) से बेदखल कर देते हैं या फिर बुजुर्गों को घर से निकालने के लिए उनके साथ अच्छे से व्यवहार नहीं करते। इसी के बाद अब यूपीएसएलसी द्वारा यह प्रस्ताव दिए जा रहा है। ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए यूपीएसएलसी (UPSLC) का मानना है कि इस तरह प्रस्ताव लाना बेहद जरूरी है।