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US ने भारत को 1,180 करोड़ की ऐंटी-शिप मिसाइल, Torpedoes की बिक्री को दी मंज़ूरी
Last Updated on April 15, 2020 by saroj patrwal
नई दिल्ली/वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप प्रशासन ने $15.5 करोड़ (1,180 करोड़ रूपए) की हार्पून एयर-लॉन्च ऐंटी-शिप मिसाइलें (Harpoon air-launched anti-ship missiles) व हल्के वज़न के टॉरपीडो (Light weight torpedoes) को भारत (India) को बेचने की मंज़ूरी दी है। भारत इसका इस्तेमाल ‘क्षेत्रीय खतरों से निपटने’ और अपनी धरती की सुरक्षा बढ़ाने के लिए करेगा। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा कि हार्पून मिसाइल को P-8I विमान में एकीकृत किया जाएगा। पेंटागन ने कहा कि भारत सरकार द्वारा इनकी मांग किए जाने के बाद इस संबंध में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने निर्णय लिया।
हारपून ब्लॉक II के संबंध में पेंटागन के कहा, ‘भारत इसका इस्तेमाल क्षेत्रीय खतरों से निपटने और अपनी धरती की सुरक्षा बढ़ाने के लिए करेगा। भारत को अपने सशस्त्र बलों में इस उपकरण को शामिल करने में कोई कठिनाई नहीं होगी।’ अन्य एक अधिसूचना में एमके 54 के बारे में पेंटागन ने कहा, ‘भारत इसका इस्तेमाल क्षेत्रीय खतरों से निपटने और अपनी धरती की सुरक्षा बढ़ाने के लिए करेगा। भारत हल्के वजन वाला एमके54 टॉरपीडो अपने पी-84 विमान से इस्तेमाल करना चाहता है। भारत को इसमें कोई कठिनाई नहीं होगी।’ पेंटागन के अनुसार यह प्रस्तावित बिक्री अमेरिका-भारतीय सामरिक संबंधों को मजबूत करने और एक प्रमुख रक्षात्मक साझेदार की सुरक्षा मजबूत करने में मदद करेगी और यह हिंद-प्रशांत और दक्षिण एशिया क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता, शांति, और आर्थिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण होगा।