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फ्रांस की घटनाओं को लेकर #Uttarakhand में भी हाई-अलर्ट; सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी नजर
Last Updated on November 4, 2020 by
देहरादून। फ्रांस (France) सहित यूरोप में हो रही कट्टरवादी गतिविधियों के बीच उत्तराखंड (Uttarakhand) में भी पुलिस हाई अलर्ट (High Alert) पर है। फ्रांस के राष्ट्रपति के बयान को लेकर देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रदेश पुलिस भी सक्रिय हो गई है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की समुदाय विशेष को लेकर की गई टिप्पणी के बाद गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर उत्तराखंड में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। केंद्र के गाइडलाइन जारी करने के बाद उत्तराखंड पुलिस के डीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया है।
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बता दें कि उत्तराखंड में भी कई जगह समुदायिक स्तर पर प्रदर्शन हुए हैं। घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार पक्ष-विपक्ष में माहौल बनाया जा रहा है। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस भी अलर्ट हो गई है। प्रदेश में त्योहारों के सीजन को देखते हुए पुलिस इस समय काफी सक्रिय है। इस दौरान किसी भी तरह का विवाद सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ सकता है। पुलिस मुख्यालय द्वारा राज्य के सभी 13 जिलों के एसपी-एसएसपी को विशेष सतर्क रहते हुए अपने इलाकों में शांति व कानून व्यवस्था कड़े करने के निर्देश दिए गए हैं। डीजी अशोक कुमार ने बताया कि उन्होंने सभी कप्तानों से मिश्रित आबादी में गश्त पहरा बढ़ाने और सभी धर्म गुरुओं के साथ बैठक करने को भी कहा है।
घटना होती है तो धर्मगुरुओं से की जाएगी वार्ता
पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को अलर्ट पर रखा है। डीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार के मुताबिक इस विषय पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों को शांतिपूर्वक रखने को कहा गया है। जुलूस सभाओं के आयोजनों को नियमानुसार ही अनुमति देने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था अशोक कुमार का ये भी कहना है कि अगर कहीं ऐसी घटना होती है तो धर्मगुरुओं से वार्ता की जाएगी। जरूरत पड़ने पर पुलिस फोर्स भी लगाई जाएगी।