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देहरादून। उत्तर प्रदेश से अलग होकर नौ नवंबर 2000 को अस्तित्व में आया उत्तराखंड (Uttrakhand) सोमवार को 21वें वर्ष में प्रवेश कर गया है। इस मौके पर राजधानी देहरादून समेत राज्यभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। स्थापना दिवस के मौके पर आज राजधानी देहरादून के पुलिस लाइन में मुख्य परेड आयोजित की गई। इस अवसर पर सीएम ने विकास पुस्तिका का विमोचन किया। कार्यक्रम में पुलिस बल की ओर से साहसिक करतब दिखाए गए।
21वें राज्य स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर आज देहरादून के शहीद स्मारक पर राज्य आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीदों के बलिदान के कारण ही हम आज अलग उत्तराखंड राज्य का स्थापना दिवस मना पा रहे हैं। #homage pic.twitter.com/9W2cP1qNRy
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) November 9, 2020
इस अवसर पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने कहा कि किसानों और महिलाओं की समृद्धि पर सरकार का ध्यान है। किसी भी प्रदेश के लिए 20 वर्ष का समय ना ज्यादा है ना कम है। लेकिन इन 20 वर्षों में प्रदेश अन्य प्रदेशों से बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। सरकार किसानों और महिला समूहों के विकास के लिए बड़ा कार्य कर रही है। किसानों को बिना ब्याज के पहले एक लाख का ऋण दिया जाता था, इसे अब बढ़ा कर तीन लाख रुपए करने जा रहे हैं।
सीएम ने कहा कि साढ़े तीन वर्षों में नीति आयोग द्वारा जारी ‘भारत नवाचार सूचकांक 2019’ में पूर्वोत्तर एवं पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में उत्तराखंड सर्वश्रेष्ठ तीन राज्यों में शामिल हुआ है। राज्य को 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में बेस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट घोषित किया गया। खाद्यान्न उत्पादन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दूसरी बार कृषि कर्मण प्रशंसा पुरस्कार, नदियों के संरक्षण, स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा और पीएमजीएसवाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उत्तराखंड को पुरस्कृत किया गया। सीएम ने इस मौके पर शहीद आंदोलनकारियों और आंदोलनकारियों को नमन किया। इसके बाद सीएम भराड़ीसैंण के लिए रवाना हुए और यहां मंदिर में पूजा की।
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