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धर्मशाला। विजिलेंस द्वारा रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार जेई के समर्थन में ठेकेदार उतर आए हैं। आईपीएच विभाग में काम करने वाले ठेकेदारों ने एकता दिखाते हुए इसे जेई के खिलाफ एक सोची समझी साजिश करार दिया है। ठेकेदारों ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि जिस जेई पर आरोप लगे हैं वह एक साफ छवि वाला अधिकारी है और उसे साजिश के तहत फंसाया गया है। इस पत्रकार वार्ता में धर्मशाला, कांगड़ा तथा नगरोटा बगवां के ठेकेदारों ने भाग लिया और जेई पुरुषोत्तम धीमान को साजिश के तहत फंसाने की बात कही और इस तरह की साजिश रचने वाले ठेकेदार का बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
बैठक में उपस्थित ठेकेदार राजीव मनकोटिया, बलबंत राणा, बलराज परिहार, प्रिंस, राहुल शर्मा, अजय सिपहिया, जीवन, कांता पठानिया, प्रदीप मनकोटिया, सचिन तथा दविंद्र सहित अन्य ठेकेदारों ने कहा कि एक साजिश के तहत जेई को रिश्वत लेने के आरोप में फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि उक्त अधिकारी एक स्वच्छ छवि वाले हैं तथा वह ठेकेदारों की सहायता करने में हर समय तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा कि जिन पैसों की रिश्वत लेने की बात कही जा रही है वह पैसे ठेकेदार द्वारा ही अधिकारी से उधार लिए गए थे। अधिकारी ने अपने पैसे ही शिकायतकर्ता ठेकेदार से वापस मांगे थे।
इसके चलते ठेकेदार ने चैक अधिकारी को दिया था जिसमें 16 फरवरी की तिथि डाली गई थी जबकि अन्य कोई भी प्रक्रिया पूरी नहीं की गई थी। जब चैक के बारे में बैंक शाखा में पता किया तो उक्त ठेकेदार के बैंक खाते में ही पैसे नहीं थे। इसपर थोड़ी सख्ती बरतते हुए अधिकारी ने ठेकेदार से उधार दिए पैसों को वापस करने की बात कही थी। जिसके चलते साजिश के तहत ठेकेदार ने उनको रिश्वत लेने के आरोप में फंसा दिया। बैठक में उपस्थित ठेकेदारों ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिकायतकर्ता ठेकेदार अन्य लोगों के साथ भी धोखाधड़ी कर चुका है।
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