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शिमला। शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल सरकार के कोरोना महामारी से लड़ने के लिए विधायकों की 30 फीसदी सैलरी (Salary) काटने के निर्णय का तो स्वागत किया है, लेकिन विधायक निधि सस्पेंड करने के निर्णय को गलत करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार (State government) को केंद्र सरकार की देखादेखी में सभी निर्णय एक जैसे नहीं लेने चाहिए बल्कि प्रदेश के हालातों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेने चाहिए। विधायक निधि से विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र में जरूरतमंदों की सहायता करते हैं इसलिए विधायक निधि को सस्पेंड करना सही कदम नहीं है।
विक्रमादित्य (Vikramaditya Singh) ने कहा कि कोरोना से बचाव को लेकर सरकार सख्ती से कदम उठाए विपक्ष में होने के नाते कांग्रेस सरकार उनके फैसलों के साथ खड़ी है लेकिन गलत चीजों को उजागर करना भी विपक्ष की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि तब्लीगी जमात के लोग जो अपनी ट्रेवल हिस्ट्री को प्रशासन से साझा नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ सरकार सख्त कदम उठाए। विपक्ष सरकार के साथ है और आईपीसी की धारा 307 और 302 के तहत डीजीपी ने जो कार्रवाई करने की बात कही है कांग्रेस इसका समर्थन करती है।
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