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कंगना कर रही टपोरी भाषा का इस्तेमाल, उन्हें दूर से ही नमस्कार
Last Updated on April 29, 2024 by Himachal Abhi Abhi
Vikramaditya Singh: मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने आज मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कंगना पर जमकर निशाना साधा। कंगना द्वारा उन्हें और राहुल गांधी के लिए इस्तेमाल किए गए शहजादे शब्द को लेकर पूछे गए सवाल के जबाव में विक्रमादित्य ने कहा कि कंगना क्या बोलती है उससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन कंगना (Kangana) एक ऐसी भाषा का इस्तेमाल देवभूमि में आकर कर रही है जिसे मुंबई में टपोरी (Tapori) कहा जाता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ऐसी शब्दावली के लिए वे कंगना को सिर्फ नमस्कार ही करना चाहते हैं।
कंगना को विक्रमादित्य की खुली चुनौती
विक्रमादित्य सिंह ने कंगना को मंडी शहर के ऐतिहासिक सेरी मंच पर खुली बहस की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि कंगना अपना विजन स्पष्ट करे और मंडी के सेरी मंच पर मीडिया और बुद्धिजीवी वर्ग के समक्ष आकर मुझसे बहस और देश व प्रदेश के इतिहास पर खुली बहस करे। कंगना जिस भी क्षेत्र में जा रही हैं वहां परिधानों को इस तरह से बदल रही हैं जैसे मानों कि कोई फिल्म की शूटिंग (Shooting of Movie) चल रही हो। उन्होंने यहां की संस्कृति और सभ्यता की कोई जानकारी नहीं है। वह क्या कर रही हैं इसका जवाब उन्हें प्रदेश की प्रबुद्ध जनता देगी।
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आरएसएस स्पष्ट करे अपनी स्थिति
साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी ने आरएसएस (RSS) से बीजेपी प्रत्याशी कंगना रनौत को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। उन्होंने आरएसएस से इस बात को लेकर स्पष्टीकरण मांगा कि क्या आरएसएस बीजेपी प्रत्याशी का समर्थन कर रही है या नहीं। उन्होंने कहा कि बीते दिनों में कंगना ने खान-पान को लेकर जो बातें कही थी आज उन पर आरएसएस का स्पष्टीकरण आना जरूरी है क्योंकि कंगना हिंदुत्व का झंडा लेकर चल रही हैं। हालांकि उन्हें कंगना के खान-पान को लेकर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन आरएसएस विश्वव्यापी प्रतिष्ठित संगठन है और बीजेपी उन्हीं का एक हिस्सा है। ऐसे में आरएसएस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या आरएसएस ऐसे प्रत्याशी का समर्थन कर रही है या नहीं। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आरएसएस का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन बीजेपी उन्हीं की विचारधारा से निकली हुई पार्टी है।