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शिमला। कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह (Congress MLA Vikramaditya Singh)ने विधानसभा के बजट सत्र से चंद रोज पहले सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur)को शरारत भरे लहजे में कहा है कि उन्हें शासन और प्रशासन चलाने की कुछ सीख पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह (Former CM Virbhadra Singh) से ही ले लेनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि वीरभद्र सिंह ने अपने शासनकाल में जिस प्रकार से बिना किसी भेदभाव से प्रदेश का विकास किया, यही वजह है कि आज भी लोग उनके व्यक्तित्व और उनके कौशल के मुरीद है। विक्रमादित्य सिंह ने जयराम को सलाह दी है कि प्रदेशहित और जनहित को सर्वोपरि मानते हुए उन्हें ऐसे किसी भी निर्णय से गुरेज नहीं करना चाहिए, जिसमें लोगों का कल्याण जुड़ा हो। महंगाई और बेरोजगारी दो ऐसे मुद्दे है जिन्हें दूर करने के सभी उपाय करना जरूरी है। प्रदेश को आर्थिक संकट से उभारने के उपाय भी जल्द किए जाने चाहिए।
विक्रमादित्य सिंह इससे आगे चलकर प्रस्तावित कैबिनेट विस्तार (Proposed cabinet expansion) पर तंज कसते हुए कहा है कि गुटों में बटी बीजेपी के आगे सीएम जयराम ठाकुर बेबस नज़र आ रहे हैं। सीएम पिछले कई दिनों से इस पर कोई भी स्वतंत्र निर्णय नही ले पा रहें है। उन्होंने कहा है कि यह प्रदेश में कमजोर नेतृत्व को साफ दर्शाता है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि सीएम जयराम ठाकुर को सार्वजनिक मंचों पर कहना पड़ रहा है कि कैबिनेट विस्तार जल्द होगाएपर यह कब होगाए इस पर वह कोई निर्णय नहीं ले पा रहे है। बीजेपी के नेता जो मंत्री पद के सपने संजोए हुए हैं अपने अपने क्षेत्रों में अपने समर्थकों के साथ मिल कर ताने-बाने बुन रहे है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि हालांकि यह सब बीजेपी (BJP)का अंदरूनी मामला है, पर मंत्रियों के अभाव में प्रदेश का विकास प्रभावित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा है कि प्रायः देखा जा रहा है कि वर्तमान जयराम सरकार पर अफसरशाही का दवाब ज्यादा है। कैबिनेट के निर्णय भी प्रभावी ढंग से लागू नही हो रहें है। उन्होंने कहा है कि सरकार प्रदेश के लोगों को ऐसा कोई भी संदेश देने में अब तक सफल नहीं हुई है जिससे लोगों को लगे कि प्रदेश सरकार उनके लिए कोई बेहतर काम कर रही है। प्रदेश में ना महंगाई पर सरकार कोई नियंत्रण पा रही है ना लोगों को कोई राहत दी जा रही है।
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