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लोकिन्दर बेक्टा/ चंडीगढ़ स्थित केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल (कैट) द्वारा वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनीत चौधरी को मुख्य सचिव के समकक्ष ओहदा देने के आदेश के बाद राज्य सरकार भी हरकत में आ गई है। सरकार ने विनीत चौधरी के लिए एक विशेष कुर्सी मंगवाई है। कुर्सी दिल्ली स्थित हिमाचल भवन के मुख्य गेट के पास रखी है और वहां यह खासी चर्चा में हैं।
दिल्ली में आज सीएम के प्रधान निजी सचिव सुभाष आहलुवालिया के बेटे की शादी है और इसके लिए सीएम वीरभद्र सिंह, कई मंत्री, विधायक और अधिकारी वहां पहुंचे हुए हैं। हिमाचल भवन के मुख्य गेट के बाहर पैक कर रखी गई कुर्सी खुद ही कई कुछ कह रही है। इसे लेकर वहां तरह-तरह की चर्चाएं भी हो रही है कि आखिर किस्सा कुर्सी का ही है। दिल्ली हिमाचल भवन के बाहर कुर्सी को पैक करके रखा है और उस पर विनीत चौधरी का नाम-पता भी लिखा है।
गौर हो कि कैट में विनीत चौधरी ने उनकी वरिष्ठता को नजर अंदाज कर उनसे नीचे के अफसर को मुख्य सचिव बनाने के सरकार के फैसले को चुनौती दी थी। इस पर कैट ने हिमाचल सरकार को आदेश दिया है कि विनीत चौधरी को मुख्य सचिव के समकक्ष ओहदा दिया जाए। कैट में चौधरी के साथ दूसरे वरिष्ठ अफसर दीपक सानन ने भी याचिका दायर की थी। सानन 31 जनवरी को रिटायर हो गए थे। कैट के आदेश पर सरकार पहले ही विनीत चौधरी को प्रधान सलाहकार (लोक शिकायत निवारण) लगा चुकी है और वे सीधे सीएम को ही रिपोर्ट भी करेंगे, लेकिन इस बीच, तीन दिन पहले सरकार ने सीएस के समकक्ष ओहदा देने का आदेश दिया है। अब सरकार कैट के आदेशों के मुताबिक कार्य कर रही है और उनके लिए कुर्सी का प्रबंध कर चुकी है। लेकिन अब चर्चा इस बात है कि कुर्सी के साथ-साथ समकक्ष ओहदा कौन सा दिया जाएगा। अब सरकार के इस फैसले पर सबकी नजरें टिकी हैं।
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