वीरभद्र-आशा मंच से एक ही नाम लेना क्यों भूल गए,जाने पूरा माजरा
Update: Monday, April 29, 2019 @ 3:19 PM
धर्मशाला। राजनीति क्या इसी का नाम है,अगर कांग्रेस प्रत्याशी
पवन काजल ( Congress candidate Pawan Kajal) के नामांकन के बाद दाड़ी के मेला ग्राउंड में हुई जनसभा की गहराई में जाएं तो कुछ बातें इसकी तरफ इशारा करती हैं। मेला ग्राउंड में सजे मंच पर बैठने की व्यवस्था का क्रम गौर से देखा जाए तो पूर्व परिवहन मंत्री
जीएस बाली ( Former Transport Minister GS Bali) को कहां पर जगह दी गई है, उससे भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस ( congress) का प्रचार किस दिशा में चल रहा है। जबकि यही बाली, लोस चुनाव ( Lok Sabha Elections) में कांग्रेस की प्रचार कमेटी के अध्यक्ष बनाए हुए हैं।

आज मंच से जब बाली को बोलने का मौका दिया गया तो उन्होंने ये बात अपने आप ही स्पष्ट कर दी कि उन्हें नामांकन के लिए न्योता ही नहीं दिया गया था,जबकि उन्हें तो मेला ग्राउंड में ही बुलाया गया था। उसके बाद कई नेताओं के बोलने के बाद जब पंजाब कांग्रेस ( Punjab Congress) की प्रभारी आशा कुमारी व पूर्व सीएम
वीरभद्र सिंह का संबोधन शुरू हुआ तो वह दोनों बाली का नाम तक लेना भूल गए। जबकि मंच पर मौजूद सभी नेताओं के उन्होंने नाम लिए, बाद में आशा ने अपने संबोधन को बीच में रोककर बाली का नाम लिया। इसी तरह वीरभद्र सिंह को भी याद दिलाया गया तब जाकर उन्होंने भी बाली का नाम लिया। यानी आज बाली के कद की भी चर्चा होनी शुरू हो गई है।