- Advertisement -
Hydropower Generation : शिमला। सीएम Virbhadra Singh ने कहा कि हालांकि विश्व भर में ऊर्जा के नवीकरण स्त्रोतों की ओर ध्यान दिया जा रहा है, परन्तु फिर भी पहाड़ी राज्य विशेषकर हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य में जल विद्युत उत्पादन आज भी इसकी रीढ़ है। जल विद्युत के महत्व को कम नहीं आंका जा सकता है और प्रदेश में पांच नदियां बहती हैं, जिनमें जल विद्युत की आपार संभावनाएं हैं। सीएम आज हिम ऊर्जा तथा केन्द्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ‘ग्री्रड कनेक्टिड रूफटॉप सौर प्रोग्राम पर आयोजित कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे। वीरभद्र सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में शत-प्रतिशत स्वच्छ विद्युत नीति लागू की गई है और हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड विद्युत उत्पादन की सभी आवश्कताओं को पूरा करता है। सीएम ने कहा कि हालांकि सौर ऊर्जा के मुकाबले की जल विद्युत विशेषकर छोटे जल एवं नवीकरण ऊर्जा की क्षमता सीमित है, क्योंकि सौर ऊर्जा पूरे प्रदेश में बारहमासी है व समान रूप से वितरित की जा रही है।
ये भी पढ़ें : एक बार फिर हिमाचल शर्मसार दो दिन तक करते रहे नाबालिग से दुष्कर्म बाद में…
उन्होंने कहा कि केवल सौर ऊर्जा ही विद्युतीकरण से छूटी गई बस्तियां, जो कम वोल्टेज की समस्या से जूझ रही हैं, के लिए एक विकल्प है। उन्हें सौर फोटोवॉल्टिक अनुप्रयोगों के माध्यम से निरन्तर विद्युत आपूर्ति की जा सकती है। इसके अतिरिक्त, सौर ऊर्जा उत्पादक उत्पादित विद्युत को अपनी इच्छा के अनुरूप प्रदेश के अन्दर किसी भी उपभोक्ता व हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड को बेच कर अपनी आय सृजित कर सकते हैं। वीरभद्र सिंह ने कहा कि कुछ माह को छोड़ कर शिमला सौर रूफटॉप ऊर्जा के लिए अनुकूल है और यह एक लाभदायक व्यापार है। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्र लाहौल-स्पिति में सौर ऊर्जा की आपार संभावनाएं हैं और वह दिन दूर नहीं है, जब हिमाचल प्रदेश में सौर ऊर्जा का उत्पादन आरम्भ होगा। हिम ऊर्जा तथा विद्युत बोर्ड को इस क्षेत्र में आपसी समन्वय से काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
नगर निगम के महापौर संजय चौहान ने कहा कि जीवाश्म ईंधनों के प्रभाव को कम करने की जरूरत है और विश्व सौर ऊर्जा अपनाने पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सौर ऊर्जा की आपार संभावना है और रूफ टॉप सौर कार्यक्रम से लोगों को बिजली के भारी भरकम बिलों से राहत मिलेगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव विद्युत तरुण श्रीधर ने कहा कि सौर ऊर्जा के उत्पादन के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए जागरुकता कार्यक्रमों को आयोजित करने की आवश्यकता है।
- Advertisement -