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Twitter पर ट्रेंड कर रहे वसीफ जाफर ने दिया CAU के आरोपों का जवाब, पूर्व खिलाड़ी भी समर्थन में
Last Updated on February 11, 2021 by Deepak
नई दिल्ली। उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन (Uttarakhand Cricket Association) से मतभेदों के बाद भारत के पूर्व खिलाड़ी वसीम जाफर (Wasim Jaffer) ने कोच पद से इस्तीफा (Resignation) दे दिया था। इसके बाद सीएयू के सचिव सचिव माहिम वर्मा (CAU Secretary Secretary Mahim Verma) ने वसीफ जाफर पर आरोप लगाए गए कि वो मजहब के आधार पर खिलाड़ियों का चयन कर रहे थे। इसके बाद वसीम जाफर ने भी इसका जवाब (Wasim Jaffer Reply) दिया है। इसके अलावा कई पूर्व खिलाड़ी भी खुलकर वसीम जाफर के समर्थन में उतर आए हैं। वसीम जाफर ने कहा था कि जो धार्मिक (Religious) एंगल मामले में लाया गया वो दुखद है। वसीम जाफर ने कहा कि मुझ पर आरोप (Allegation) लगया गया कि मैं इकबाल अब्दुल्ला (Iqbal Abdullah) का समर्थन करता हूं और इकबाल को ही कप्तान बनाना चाहता था। उन्होंने कहा कि यह झूठ है। बकौल वसीम जाफर, मैं जय बिस्टा को कप्तान बनाना चाहता था, लेकिन रिजवान शमशाद और दूसरे चयनकर्ताओं ने सुझाव दिया कि इकबाल को कप्तान बनाया जाना चाहिए। वो सीनियर खिलाड़ी है और आईपीएल भी खेल चुका है। इसके बाद मैंने उनका सुझाव मान लिया।
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1. I recommended Jay Bista for captaincy not Iqbal but CAU officials favoured Iqbal.
2. I did not invite Maulavis
3. I resigned cos bias of selectors-secretary for non-deserving players
4. Team used to say a chant of Sikh community, I suggested we can say "Go Uttarakhand" #Facts https://t.co/8vZSisrDDl— Wasim Jaffer (@WasimJaffer14) February 10, 2021
इसके अलावा पूर्व भारतीय गेंदबाज अनिल कुंबले ने भी वसीम जाफर का समर्थन किया। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि आपके साथ हूं वसीम। आपने सही किया। वो दुर्भाग्यशाली खिलाड़ी हैं जिन्हें आपके मेंटर नहीं होने की कमी खलेगी। इसके अलावा इरफान पठान ने भी ट्विट कर लिखा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आपको यह सब एक्सप्लेन करना पड़ रहा है। मौलवी को बुलाने पर वसीम जाफर ने सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि बायो बबल में मौलवी आए और हमने नमाज पढ़ी, लेकिन मैंने मौलवी को नहीं बुलाया था। जो मौलवी देहरादून में शिविर के दौरान दो या तीन शुक्रवार को आए, उन्हें मैंने नहीं बुलाया था। उन्होंने कहा कि इकबाल अब्दुल्ला ने मेरी और मैनेजर की अनुमति जुमे की नमाज के लिए मांगी थी।