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विस का घेराव करने पहुंचे जलरक्षकों की पुलिस के साथ धक्कामुक्की, सरकार ने वार्ता के लिए बुलाए
हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र( Monsoon session of Himachal Vidhan Sabha) शुरू हो चुका है। सदन के अंदर व बाहर तपिश बढ़ी हुई है। अंदर जहां विपक्ष के तेवर तल्ख है वहीं बाहर कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। प्रदेश भर से आए जलरक्षक( water guards) अपनी मांग सरकार तक पहुंचाने के लिए प्रदर्शन करे रहे हैं। हालांकि पुलिस ने चौड़ा मौदान से से बेरिगेटिंड कर रखी है और वहां से इन्हें आगे आने नहीं दिया जा रहा है। उग्र जल रक्षक विधानसभा का घेराव करना चाहते थे यहां पर पुलिस के साथ इन की धक्का मुक्की भी हुई। आखिरकार इनके प्रतिनिधियों के सरकार ने वार्ता के लिए बहुलाया है।
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ये जलरक्षक लंबे समय से नियमित करने के लिए सरकार से स्थायी नीति बनाने की मांग कर रहे हैं। जलरक्षक संघ प्रदेशाध्यक्ष बली राम ने कहा कि सरकार को कई बार मांगों से अवगत करवाया जा चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जलरक्षकों को आठ साल की अवधि के बाद अनुबंध पर लिया जाए और पूर्ण रूप से जलशक्ति विभाग के अधीन किया जाए। महंगाई और सेवाओं के अनुरूप वेतन दिया जाए।