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ऊना। जिला मुख्यालय में तेज बारिश ने एक बार फिर से जमकर कहर बरपाया। शनिवार सुबह जब मेघ बरसे तो हालात बाढ़ जैसे बन गए। ऊना ( Una) में सरकारी आवासों ( Govt residences) सहित कई लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस गया। वहीं मिनी सचिवालय और जिला न्यायालय ( District Court) भी पानी से लबालब दिखे। जिला ऊना की सड़कें और खेत खलिहान भी तालाब बन गए। स्वां नदी और इसकी सहायक खड्डें और नाले भी पूरे उफान थे।
जिला ऊना में शनिवार सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर से जमकर कोहराम मचाया। जिला मुख्यालय पर डीसी, सीजेएम सहित कई सरकारी और आम लोगों के घरों और दुकानों में पानी घुस गया। जबकि कई खेत-खलिहान पानी से लबालब हो गए।
वहीं मिनी सचिवालय और जिला न्यायालय में भी जल भराव की स्थिति बन गई, जिससे एसपी कार्यालय ने तो तालाब का रूप धारण कर लिया था। मिनी सचिवालय और जिला न्यायालय में बारिश का पानी घुसने से सरकारी दस्तावेज भी इसकी जद में आ गए। कुल मिलाकर ऊना जिला में बारिश के पानी ने जमकर कहर मचाया। लेकिन हैरानी इस बात की है कि आपदा प्रबंधन के बड़े बड़े दावे करने वाला प्रशासन कहीं भी नजर नहीं आया।
इक्का- दुक्का स्थानों पर दमकल विभाग के कर्मी ही लोगों को निजात दिलाने के लिए दिखाई दिए। तहसीलदार ऊना विजय राय ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण ही मुख्यालय पर जलभराव की समस्या पेश आ रही है।
विजय राय की माने तो बरसाती पानी की निकासी के लिए नगर परिषद और जलशक्ति विभाग द्वारा 28 करोड़ रूपये की एक योजना तैयार कर सरकार को भेजी गई है। उन्होंने बताया कि अगर यह योजना सिरे चढ़ती है तो भविष्य में जलभराव की समस्या से निजात मिल जाएगी।
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