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नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को इन्वेस्ट इंडिया कॉन्फ्रेंस (Invest India Conference) में कनाडा के कारोबारियों को संबोधित किया। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कोरोना वायरस समेत कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी है। पीएम ने कहा कि भारत दुनिया के लिए दवाखाना की भूमिका निभा रहा है, अब तक करीब 150 देशों को दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। पीएम ने अपने संबोधन में आगे कहा कि आज भारत एक बाजार के लिहाज से तेजी से बदल रहा है। बक़ौल पीएम, ‘आज जो लोग आए हैं उनमें निवेश के लिए निर्णय करने वाले लोग हैं, आप किसी देश में निवेश किस आधार पर ले सकते हैं, देश में बड़ा लोकतंत्र है, स्थिरता है, बाजार है? इन सभी सवालों का जवाब भारत है। यहां सभी के लिए अवसर है, संस्थाओं, कंपनियों के लिए। निजी क्षेत्र, सरकारों के लिए। यहां आगे बढ़ने का अवसर है।’
Addressing the Annual Invest India Conference. Watch. https://t.co/WJEgrCt6jB
— Narendra Modi (@narendramodi) October 8, 2020
उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि हमने करीब 40 करोड़ किसानों, महिलाओें के खाते में सीधे पैसे डाले हैं। भारत दुनिया की फार्मेसी की भूमिका निभा रहा है। महामारी के दौरान हमने 150 देशों को दवाएं पहुंचाई हैं। हमारा कृषि निर्यात 23 फीसदी बढ़ा है। अब हमारा मैन्युफैक्चरिंग पूर्ण क्षमता में आ गया है। हमने पीपीई का न सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग किया, बल्कि उसका निर्यात भी किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने कई सुधार किए हैं ताकि हमारा अपना मजबूत बाजार विकसित हो सके। प्रमुख सेक्टर के लिए हम स्कीम लेकर आए हैं, जैसे फार्मा, मेडिकल डिवाइस, इलेक्ट्रॉनिक्स। आज भारत एक बाजार के लिहाज से तेजी से बदल रहा है। अब भारत कंपनीज एक्ट के तहत कई तरह के डीरेगुलेशन और डीक्रिमिनलाइजेशन कर रहा है।
बक़ौल पीएम मोदी, ‘हमने कई संरचनात्मक सुधार किए हैं जिससे देश में तरक्की आई है। भारत ने लेबर और एग्रीकल्चर में पुराने कानूनों में सुधार किया है ताकि निजी क्षेत्र भी सरकार के साथ मिलकर विकास करे। लेबर लॉ में सुधार से कर्मचारियों और नियोक्ता दोनों को फायदा होगा। इसी प्रकार कृषि में सुधार से न सिर्फ किसानों को फायदा होगा बल्कि इससे निर्यात भी बढ़ेगा।’
उन्होंने आगे कहा कि हमने एजुकेशन के क्षेत्र में ऐसे सुधार किए हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा निजी विदेशी यूनिवर्सिटी भारत आ सकें। भारत में करीब 600 से ज्यादा कनाडा की कंपनियां काम कर रही हैं। कनाडा का पेंशन फंड ऐसा पहला फंड है जिसने भारत में निवेश शुरू किया। लेकिन अभी काफी कुछ हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोविड के दौर में आप सब लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा है। मैन्युफैक्चरिंग की समस्या, सप्लाई चेन की समस्या, पीपीई किट की समस्या आदि। लेकिन भारत ने ऐसी समस्याओं का धैर्य के साथ सामना और हम समाधान के देश के रूप में उभरे हैं।
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