- Advertisement -
टीम। लंबे समय से जारी मौसम की नाराजगी का दौर शुक्रवार को खत्म हो गया। कांगड़ा जिला के विभिन्न इलाकों में सुबह से ही मेघ बरस पड़े। आलम यह है कि जो किसान गेहूं की बिजाई के लिए आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठे थे, वह अब झूमने लगे हैं, साथ ही उन्होंने खेतों की ओर रुख करने की तैयारी भी शुरू कर दी है।
निचले इलाकों में सुबह-सुबह इतनी बारिश हुई है कि लोग अब गेहूं बीज सकते हैं। उधर, धौलाधार की चोटियां फिर से बर्फ से ढक गई हैं। हालांकि निचले इलाकों में रुक-रुक कर बारिश का क्रम जारी रहा, लेकिन पहाड़ों पर गुरुवार रात से ही बर्फबारी का दौर जारी है। किसानों का कहना है कि हालांकि बारिश कुछ दिन और होना चाहिए, लेकिन सुबह-सुबह जो बादल बरसे हैं, उससे जमीन फसल बीजने लायक हो गई है। एक ओर जिन लोगों ने पहले ही खेतों में फसल की बिजाई कर दी थी और जो बिना पानी के मुरझा रही थी, बारिश उसके लिए भी संजीवनी बनकर आई है। उधर, चंबा के भरमौर में भी ताजा हिमपात हुआ है। अभी तक यहां कितनी बर्फबारी हुई है इसके बारे में तो पता नहीं चल पाया है, लेकिन देर रात से यहां मौसम खराब है और रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है।
उधर, कुल्लू घाटी की ऊंची पहाड़ियों में ताजा बर्फबारी होने से घाटी में शीतलहर चल रही है। घाटी में पिछले तीन दिनों से मौसम खराब चल रहा था कि आज सुबह मौसम ने अचानक करवट बदली और पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर शुरू हो गया, जिसके बाद घाटी के किसानों और बागवानों के चेहरे पर रौनक लौटी है। वहीं, मौसम विभाग के अनुसार आने वाले तीन दिन तक भारी बर्फबारी की चेतावनी दी गई है। पहाड़ों पर ताजा बर्फबारी होने से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
- Advertisement -