सभी अमावस्या में सोमवती
अमावस्या का सबसे अधिक
महत्व माना जाता है
इस दिन स्नान दान के साथ
पितृ पूजन किया जाता है,
उनका आशीर्वाद मिलता है
पितरों का स्मरण करके धोती,
गमछा और बनियान आदि का
दान करना चाहिए
स्नान के बाद काले तिल का
दान करने से पितृ दोष दूर होता
है और सुख-समृद्धि आती है
ग्रहों की शांति के लिए 7 प्रकार
के अनाज का दान करना बहुत
शुभ माना जाता है
चंद्रमा से संबंधित चीजों जैसे
दूध, चावल, चांदी और सफेद
वस्त्र आदि का दान करें
पितरों की कृपा प्राप्त करने के
लिए क्षमतानुसार भूमि का दान
भी किया जा सकता है