ये कैसी मौत की सड़कें हर दूसरा राहगीर हादसे का शिकार

भारत के विकास के साथ चमचमाती सड़कें देखने में बहुत अच्छी लगती हैं।

इन पर हादसों का शिकार होने वाला हर दूसरा व्यक्ति पैदल चलने वाला है।

राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने गुरुवार को यह जानकारी संसद को दी है।

भारत में करीब 32 हजार पैदल व्यक्ति सड़क दुर्घटनाओं में हताहत हुए हैं।

यानी 58 फ़ीसदी दुर्घटनाएं सड़कों पर पैदल चलने वाले व्यक्तियों की हुई हैं।

यह एक ग्लोबल ट्रेंड बन गया है। दुनिया में 1.2 मिलियन एक्सीडेंट होते हैं।

सड़क के चौड़ीकरण में स्थानीय लोगों की सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं देता।

असल में यही लोग पैदल चलते हैं और यही लोग गाड़ियों से रौंदे जाते हैं।