वृंदावन को भगवान श्री कृष्ण की लीलास्थली के रुप में जाना जाता है

वृंदावन का हर एक मंदिर किसी ना किसी घटना का साक्षी रहा है

भगवान कृष्ण की नगरी में गोविद देव जी के नाम से प्राचीन मंदिर है

मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण भूतों ने रातों रात करवाया है

मंदिर पूरा होने से पहले ही भूतों को  काम छोड़कर भागना पड़ा

कहते हैं कि मुगलों के समय में इस मंदिर की रोशनी आगरा तक दिखती थी