बौद्ध धर्म में भगवान बुद्ध के बाद दलाई लामा का सबसे ऊंचा स्थान है।

तिब्बती समुदाय में यह मान्यता है कि दलाई लामा का पुनर्जन्म होता है।

संकेतों के आधार पर पहले दलाई लामा के बारे में अंदाजा लगाया जाता है।

फिर दलाई लामा से संबंधित वस्तुओं की पहचान, कुछ सवाल पूछे जाते हैं।

जब सारे प्रमाण मिल जाते हैं तो इसकी जानकारी सरकार को दी जाती है।

दलाई लामा की खोज पूरी होने तक कोई विद्वान उस पद पर बैठता है।

मान्यता है कि दलाई लामा हमेशा एक ही शख्स हैं, जिनका पुर्नजन्म होता है।

मौजूदा दलाई लामा, यानी तेनजिन ग्यात्सो 1959 में चीन से भारत आए थे।