मकर संक्रांति पर क्या है स्नान और दान का महत्व

ग्रहों के राजा सूर्य देव मकर संक्रांति पर मकर राशि में प्रवेश करते हैं

सूर्य देव की आराधना करने से जातक के सभी कष्ट दूर होते हैं

मकर संक्रांति पर पवित्र नदी में स्नान और दान करने की परंपरा है

स्नान के बाद दान करने से  लोक और परलोक दोनों सुधर जाते हैं

गंगा स्नान से 10 अश्वमेध यज्ञ ,1000 गाय दान करने के समान फल मिलता है

स्नान के बाद जूते, अन्न तिल, गुड़, गरम वस्त्र कंबल दान करें

संक्रांति पर दान करने से शनि और सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है

पानी में तिल और गंगाजल मिलाकर स्नान व दान से ग्रह-दोष दूर होते हैं

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