कॉमाजीन साम्राज्य के स्मारकों और मंदिरों का स्थान तुर्की का नेम्रुत पर्वत।

ये ‘देवताओं का पर्वत’ है। यहां जमीन पर देवताओं के कटे हुए सिर पड़े हैं।

पहली शताब्दी ईसा पूर्व यूफ्रेट्स नदी के तट पर एक पावरफुल साम्राज्य था।

कॉमेजीन के राजा एंटिओकस प्रथम ने देवताओं के लिए एक मकबरा बनवाया।

देवताओं की मूर्तियां लगाई गईं। बाद में इन मूर्तियों का सिर कलम किया गया।

अब यही मूर्तियां नेम्रुत पर्वत पर यहां-वहां बिखरी पड़ी हुई हैं। पता नहीं क्यों?

नेम्रुत पर्वत एंटिओकस प्रथम के देवताओं और पूर्वजों की मूर्तियों का घर है।

1987 में यूनेस्को ने नेम्रुत पर्वत को वर्ल्ड हेरीटेज साइट घोषित कर दिया।