रेतीली पहाड़ी पर स्थित मसरूर रॉक कट टैंपल की बात निराली है

मसरूर मंदिर कांगड़ा के दक्षिण में 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है

स्थानीय लोगों के अनुसार इसे हिमालय का पिरामिड भी कहा जाता है

मसरूर मंदिर एक ही चट्टान को काटकर बनाया गया मंदिरों का समूह है

बताया जाता है पांडवों ने अपने वनवास के दौरान यहां निवास किया था

मंदिर के अंदर की वास्तुकला देख कर आप दंग रह जाएंगे

अभी यहां श्री राम लक्ष्मण व सीता जी की मूर्तियां स्थापित हैं

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