आज से ही नहीं सदियों से कसम
और सौगंध खाने की परंपरा चल रही है
कसम खाना एक पवित्र आचरण
है, जिसे पूरा करने पर कल्याण
होता है
पहले लोग कसम एक दूसरे के
प्रति चिंता और प्रेम दिखाने के
लिए लेते थे
आज के समय में अपनी बात को
सच साबित करने के लिए कसम
खाते हैं
बार-बार कसम खाने से आपकी
सत्यता व बातों पर लोग भरोसा
नहीं करेंगे
विष्णु पुराण में कहा गया है
कि लोगों को झूठी कसम नहीं
खाना चाहिए